डीआरआई ने हैदराबाद में दो गुप्त विनिर्माण प्रयोगशालाओं पर छापे के दौरान तकरीबन 50 करोड़ रुपये मूल्य का लगभग 25 किलोग्राम मेफेड्रोन जब्त किया, 7 गिरफ्तार
खुफिया राजस्व निदेशालय (डीआरआई) के अधिकारियों ने हैदराबाद में दो गुप्त मेफेड्रोन विनिर्माण प्रयोगशालाओं का भंडाफोड़ किया और इसके मास्टरमाइंड यानी सरगना एवं फाइनेंसर को गिरफ्तार करके पूरे नेटवर्क को पूरी तरह से निष्प्रभावी कर दिया। डीआरआई के अधिकारियों ने तैयार रूप में 24.885 किलोग्राम मेफेड्रोन जब्त किया, जिसकी कीमत ग्रे मार्केट में 49.77 करोड़ रुपये है, और इसके साथ ही प्रक्रियाधीन यानी तैयारी प्रक्रिया में लगाई गई सामग्री, 18.90 लाख रुपये की बिक्री राशि, प्रमुख कच्चा माल, मशीनरी और तस्करी के लिए इस्तेमाल किए गए वाहनों को भी जब्त कर लिया।
विशिष्ट खुफिया जानकारी के आधार पर कार्रवाई करते हुए डीआरआई ने 21 दिसंबर, 2022 को बड़ी तेजी एवं पूरे तालमेल के साथ आवश्यक कदम उठाना शुरू किया और दो गुप्त प्रयोगशालाओं का भंडाफोड़ किया। इन दोनों ही जगहों पर मेफेड्रोन तैयार करने में जुटे सात लोगों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
इस दिशा में तत्काल ही आगे की कार्रवाई करके इस गैर कानूनी गतिविधि के मास्टरमाइंड और मुख्य फाइनेंसर को गोरखपुर में गिरफ्तार कर लिया गया क्योंकि वह 60 लाख रुपये की नकदी के साथ नेपाल भागने का प्रयास कर रहा था।
यहां पर यह बताना बिल्कुल सही है कि गिरफ्तार किए गए इन व्यक्तियों में से कुछ लोग वर्ष 2016 में इंदौर में 236 किलोग्राम एफेड्रिन का गुप्त विनिर्माण करने के डीआरआई मामले; जुलाई 2022 में यमुना नगर में 667 किलोग्राम मेफेड्रोन का गुप्त विनिर्माण करने के डीआरआई मामले; इंदौर की जेल से फरार होने के मामले; हैदराबाद में एक हत्या के मामले; और वडोदरा में कई डकैतियां करने के मामले में भी आरोपी हैं।
पूरे तालमेल के साथ यह जो कार्रवाई की गई है वह दरअसल गृह मंत्री और वित्त मंत्री द्वारा अधिकारियों का किए गए आह्वान के ठीक अनुरूप है, जिसके तहत मादक पदार्थों या नशीली दवाओं के मामलों में बड़ी मछलियों पर करीबी नजर रखने और इसके सरगना एवं अपराधियों/ फाइनेंसरों को गिरफ्तार करने पर विशेष जोर दिया गया है।
इन गुप्त प्रयोगशालाओं को पूरी तरह से निष्प्रभावी कर देने और नशीली दवाओं के पूरे गिरोह को गिरफ्तार कर लेने से नए साल पर और उसके बाद भी नापाक हरकत करने के उनके मंसूबे पर पानी फिर गया है।
जुलाई-अगस्त 2022 में यमुना नगर, हरियाणा में ठीक इसी तरह के एक मामले के बाद चालू वित्त वर्ष में डीआरआई द्वारा इस तरह की दूसरी फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया गया है। अकेले इसी वित्त वर्ष में (नवंबर, 2022 तक) डीआरआई के अधिकारियों ने लगभग 990 किलोग्राम हेरोइन, 88 किलोग्राम कोकीन, 10000 मेथामफेटामाइन टैबलेट, 2400 लीटर फेंसेडिल कफ सिरप और कई अन्य हानिकारक एनडीपीएस पदार्थ जब्त किए हैं। डीआरआई देशवासियों के स्वास्थ्य की रक्षा करने और नार्को-आतंकवाद की चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।