ईडी ने सोनिया और राहुल गाधी को भेजा नोटिस, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में होगी पूछताछ
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी को नेशनल हेराल्ड के मामले में समन भेजा। ED ने मनी लॉन्ड्रिंग केस (अंडर सेक्शन 50 एक्ट) में राहुल गांधी को कल यानी 2 जून को पूछताछ के लिए बुलाया है। वहीं, और सोनिया गांधी से इस मामले में 8 जून को पूछताछ की जाएगी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक राहुल ने बाहर होने का हवाला देकर इसके लिए वक्त की मांगा करी है। एजेंसी ने नेशनल हेराल्ड केस की जांच को लेकर दोनों नेताओं को शामिल होने को कहा है। इससे पहले इस केस में ED ने कांग्रेस के 2 बड़े नेता पवन बंसल और मल्लिकार्जुन खड़गे को 12 अप्रैल को जांच के लिए बुलाया था।
Enforcement Directorate summons Congress interim president Sonia Gandhi and party MP Rahul Gandhi over the National Herald case, which was closed by the investigating agency in 2015: Official Sources pic.twitter.com/RKqVNpEDXE
— ANI (@ANI) June 1, 2022
आपको बता दें कि 1 नवंबर 2012 को दिल्ली कोर्ट में सुब्रमण्यम स्वामी ने सोनिया-राहुल के अलावा मोतीलाल वोरा, ऑस्कर फर्नांडिस, सुमन दुबे और सैम पित्रोदा खिलाफ 55 करोड़ रूपयों की गड़बड़ी में केस दर्ज कराया था। इसमें स्वामी ने गांधी परिवार पर 55 करोड़ की गड़बड़ी करने का आरोप लगाया था।
उधर कांग्रेस ने नोटिस जारी होने को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि “तानाशाह सरकार डर गई है, इसलिए बदले की कार्रवाई कर रही है।
Started the National Herald newspaper in 1942, at that time the British tried to suppress it, today Modi govt is also doing the same & ED is being used for this. ED has given notice to our president Sonia Gandhi and Rahul Gandhi: Congress leader Randeep Surjewala pic.twitter.com/OAl7CX38Pj
— ANI (@ANI) June 1, 2022
1 अगस्त 2014 के ED ने इस मामले में संज्ञान लिया और मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया। मई 2019 में इस केस से जुड़ी 64 करोड़ की संपत्ति ED द्वारा जब्त की जा चुकी है।
वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि यह केस पिछले 7-8 सालों से चल रहा है और इसमें अब तक एजेंसी को कुछ नहीं मिला है। कंपनी को मजबूत करने के लिए और ऋण खत्म करने की वजह से इक्विटी में परिवर्तन किया गया था। इस इक्विटी से जो पैसा मिला, वो मजदूरों को दिया गया और इसे पूरी पारदर्शिता के साथ किया गया। 7 साल बाद लोगों का ध्यान मोड़ने के लिए यह समन भेजा गया है। देश की जनता सब कुछ समझती है। ED, CBI और इनकम टैक्स का दुरुपयोग कर विपक्षी पार्टियों को डराया जा रहा है। सुब्रमण्यम स्वामी ने 2012 में आरोप लगाया था कि कांग्रेस ने पार्टी फंड से राहुल और सोनिया को 90 करोड़ रुपए दिए थे। इसका मकदस एसोसिएट जर्नल्स की 2 हजार करोड़ की संपत्ति हासिल करना था। इसके लिए गांधी परिवार ने महज 50 लाख रुपए की मामूली रकम दी थी।
Congress interim president Sonia Gandhi will go to ED office on 8th June: Congress leader Abhishek Manu Singhvi
— ANI (@ANI) June 1, 2022
हम लडे़ंगे, हम जीतेंगे, हम झुकेंगे नहीं- कांग्रेस
ईडी के नोटिस पर कांग्रेस के ट्वीटर अकाउंट से ट्वीट कर कहा गया कि, “जब कांग्रेस अंग्रेज हुकूमत के अत्याचारों से नहीं डरी, तो ED का नोटिस सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी की हिम्मत को क्या ख़ाक तोड़ पाएगा। हम लड़ेंगे…हम जीतेंगे…हम झुकेंगे नहीं…हम डरेंगे नहीं।“
जब कांग्रेस अंग्रेज हुकूमत के अत्याचारों से नहीं डरी, तो ED का नोटिस सोनिया गांधी जी, राहुल गांधी जी और कांग्रेस पार्टी की हिम्मत को क्या ख़ाक तोड़ पाएगा।
हम लड़ेंगे…हम जीतेंगे…हम झुकेंगे नहीं…हम डरेंगे नहीं।
— Congress (@INCIndia) June 1, 2022
यह है पूरा मामला
1938 में कांग्रेस पार्टी ने एसोसिएट जर्नल्स लिमिटेड (AJL) नाम की कंपनी बनाई थी। इसी के तहत नेशनल हेराल्ड अखबार निकाला जाता था। AJL पर करीब 90 करोड़ से ज्यादा का कर्ज था और इसी को खत्म करने के लिए एक यंग इंडिया लिमिटेड नाम की एक और कंपनी बनाई गई।
यंग इंडिया को AJL के 9 करोड़ शेयर दिए गए और इसमें राहुल और सोनिया की हिस्सेदारी 38-38% थी। कहा गया कि इसके एवज में यंग इंडिया AJL की देनदारियां चुकाएगी, लेकिन इस शेयर की हिस्सेदारी ज्यादा होने की वजह से यंग इंडिया को मालिकाना हक मिला। AJL की देनदारियां चुकाने के लिए कांग्रेस ने जो 90 करोड़ का लोन दिया था, इस लोन को बाद में माफ कर दिया गया।