दिल्ली: फ्री फ्री के चक्कर में बिजली ही कर दी गुल
दिल्ली के मुख्यमंत्री वादे तो बहुत करते हैं, लेकिन जब बात उन वादों को पूरा करने की होती है तो गायब हो जाते हैं। सीएम केजरीवाल के दिल्ली को लेकर किए गए वादों में एक वादा 200 यूनिट फ्री बिजली का भी था, लेकिन किसको कितना फायदा मिला ये तो दिल्ली के लोग अच्छे से जानते हैं।
दिल्ली में लगातार बढ़ती गर्मी के कारण एक तो बिजली की डिमांड बढ़ गई है, ऊपर से लोग बिजली की समस्या को लेकर सड़कों तक आ गए हैं। कुछ जगह तो ऐसी भी हैं जहां 3-3 घंटो के पावर कट हो रहे हैं, लेकिन केजरीवाल अपनी तारीफों के पुल बांधते नहीं थकते।
हाल ही में cm केजरीवाल ने पंजाब में कहा कि मैं अपने साथ दिल्ली की 1 लाख जनता के बिजली बिल लाया हूं जो शून्य हैं, लेकिन ये नहीं बताया कि बिजली ही नहीं आती है।
दिल्ली में हर चीज फ्री फ्री फ्री का गुणगान करने वाले सीएम केजरीवाल ने अर्थव्यवस्था के लिए क्या किया है ये भी जान लीजिए। उन्होंने दिल्ली में बिजली, पानी, महिलाओं को फ्री बस पास देकर चुनाव जीता और कहते रहे कि इससे राज्य की अर्थव्यवस्था को कोई धक्का नहीं लगेगा क्योंकि वह भ्रष्टाचार खत्म करके ये पैसे वापस ला देंगे. अपने को बहुत बड़ा अर्थशास्त्री साबित करने में वह अनाप-शनाप बातें करते हैं जिनका कोई सिर पैर नहीं है.
सच यह है कि दिल्ली जल बोर्ड 54 हजार करोड़ रुपये के भारी कर्ज में डूबा हुआ है. इसकी हालत इतनी नाजुक है कि इसका प्राइवेटाइजेशन तक हो सकता है. इसी तरह दिल्ली ट्रांसपोर्ट निगम (डीटीसी) हर साल एक हजार करोड़ रुपये के घाटे में चल रहा है.