यूरोपीय संघ लगाएगा रूसी तेल प्रतिबंध, युक्रेन ने की फैसले की सराहना
रूस और यूक्रेन का युद्ध रुकने का नाम नहीं ले रहा। ऐसे में दूसरे देश भी यूक्रेन का साथ देने में कसर नहीं छोड़ रहे। दरअसल यूरोपीय संघ ने रूसी तेल के 90% आयत पर रोक लगाने का फैसला लिया है। वहीं यूक्रेन ने इस फैसले का तहे दिल से स्वागत किया है।
"दिल क्यूँ ये मेरा…"
बॉलीवुड के जाने माने सिंगर केके का हुआ निधन। #KK #RIPKK pic.twitter.com/Zy7eUSmvMr
— कविताएँ और साहित्य? (@kavitaaayein) May 31, 2022
मामले में विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने एक बयान में कहा ‘‘तेल पर लगाए गए प्रतिबंध रूसी अर्थव्यवस्था और युद्ध तंत्र के पतन की उलटी गिनती को तेज करेगा।’’
— Dmytro Kuleba (@DmytroKuleba) May 26, 2022
अगर ऐसा होता है, तो भारत में क्रूड ऑयल यानी कच्चे तेल के निर्यात के दामों में भारी गिरावट देखने को मिल सकती है। फिलहाल कच्चे तेल की कीमत लगातार बढ़ रही है।
SANCTIONS' ECONOMIC FALLOUT: The European Comission agreed to ban 90% of Russian oil imports by yr end. Typical of EU policies, the massive costs this policy will impose on the EU was not included in the announcement. Perhaps it wasn’t even calculated. https://t.co/dD0RCXqIOG
— Steve Hanke (@steve_hanke) May 31, 2022
यूरोपीय संघ के इस फैसले के बाद यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने अनुमान लगाया कि प्रतिबंध रूस को ‘‘अरबों डॉलर’’ का झटका दे सकता है और यूरोपीय संघ के इस कदम की देश प्रशंसा करता है ।’’
The EU has finally imposed sanctions on seaborne Russian oil imports over the war in Ukraine.
While some refineries look to cash out, global crude markets are bracing for a shake-up. Here’s why?https://t.co/oGuR4qrTX7
— Financial Times (@FinancialTimes) June 1, 2022
इसके साथ ही प्रतिबंध के कारण रूस को ‘‘अरबों डॉलर’’ का नुकसान झेलना पड़ सकता है। युक्रेन मंत्रालय ने यूरोपीय संघ के इस फैसले की प्रशंसा करते हुए कहा कि इससे क्रेमलिन के लिए (रूसी संघ की) आक्रामकता को वित्तपोषित करना कठिन होगा।’’