नैटवार मोरी जलविद्युत परियोजना के लिये 4.3 किलोमीटर लंबी सुरंग का उत्खनन कार्य पूरा
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सार्वजनिक क्षेत्र की एसजेवीएन लि. ने कहा कि उसने उत्तराखंड में 60 मेगावाट क्षमता की नैटवार मोरी जलविद्युत परियोजना के लिये 4.3 किलोमीटर लंबी सुरंग (चैनल से पानी ले जाने वाली सुरंग) का उत्खनन कार्य पूरा कर लिया है।
कंपनी ने एक बयान में कहा, ‘‘एसजेवीएनएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक नंद लाल शर्मा ने उत्तराखंड में 60 मेगावाट की नैतवार मोरी जलविद्युत परियोजना की 4.3 किलोमीटर लंबी हेड रेस टनल की खुदाई के पूरा होने के अवसर पर आखिरी विस्फोट का बटन दबाया।’’
इस परियोजना से हर साल 26.55 करोड़ यूनिट बिजली उत्पादन की संभावना है। उत्तराखंड को रॉयल्टी के रूप में 12 प्रतिशत मुफ्त बिजली मिलेगी।
शर्मा ने परियोजना स्थल पर नवनिर्मित कार्यालय परिसर, ट्रांजिट कैंप और टाउनशिप ‘यमुना परिसर’ का भी उद्घाटन किया।
उन्होंने परियोजना से जुड़े कार्यों को लेकर संतोष जताया। बाद में कर्मचारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘…यह परियोजना भारत सरकार के देश में सभी को 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराने की प्रतिबद्धता को पूरा करने में मददगार होगी। साथ ही यह एसजेवीएनएल के 2040 तक 25,000 मेगावाट क्षमता की कंपनी बनने के लक्ष्य की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है…।’’
एसजेवीएन इस परियोजना से उत्पन्न बिजली के पारेषण के लिए लगभग 37 किलोमीटर लंबी खुद की पारेषण लाइन का निर्माण कर रही है जिसे अप्रैल 2022 तक पूरा करने का लक्ष्य है।
इस परियोजना के चालू होने से आसपास के क्षेत्र और विशेष रूप से परियोजना प्रभावित परिवारों को लाभ होगा क्योंकि उन्हें 10 वर्षों के लिए प्रति माह 100 यूनिट बिजली की लागत के बराबर राशि प्रदान की जाएगी। एसजेवीएन कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) के तहत इस परियोजना के आसपास के क्षेत्र में विभिन्न विकास कार्य भी कर रही है।