कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन तेज, बंद की गई इंटरनेट सेवाएं

केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली के अलग – अलग बॉर्डरों पर किसानों का आंदोलन जारी है। इस किसान आंदोलन का केंद्र अब सिंघु बॉर्डर से हटकर गाज़ीपुर बॉर्डर शिफ्ट हो गया है। गाज़ीपुर बॉर्डर पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत अपने समर्थकों के साथ जमे हुए हैं।

26 जनवरी के दिन दिल्ली में हुई हिंसा के बाद से ही ऐसी आशंका लगाई जा रहा थी कि अब प्रशासनिक करवाई के सामने यह आंदोलन अधिक दिनों तक नहीं टिक पाएगा, लेकिन, हुआ इसका उल्टा राकेश टिकैत के मीडिया के सामने भावुक होने के बाद आंदोलन का माहौल बिलकुल ही बदल गया। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत के द्वारा मुजफ्फरनगर जिले में महापंचायत का आवाहन किया गया था। जिसमे लाखों की संख्या में किसान जुटे। वहां पर किसान नेताओं ने लोगों से भारी संख्या में इस आंदोलन को सपोर्ट करने गाज़ीपुर बॉर्डर कूच करने की अपील की थी।

एनएच -24 दोनों तरफ से बंद, गाज़ीपुर इलाके में बंद की गई इंटरनेट सेवाएं

इस आंदोलन के तेज होने के बाद प्रशासन की तरफ से एनएच -24 को दोनों तरफ से बंद कर दिया गया है। साथ ही गाज़ीपुर से सटी तमाम जगहों पर, एहतियात बरतते हुए इंटरनेट की सेवाएं बंद कर दी गई है। आज किसान महात्मा गाँधी की पुण्यतिथि पर उपवास पर बैठे हैं। उनके तरफ से कहा गया कि जिस तरह से दिल्ली में हिंसा हुई उससे किसान आहत है और तमाम किसान नेता आज उपवास पर बैठे हुए हैं।

गाज़ीपुर बॉर्डर पर अब भी किसान जमें हुए हैं

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