किसानों का इलाज एम्स से अच्छा तो संसद में होता है, हम अपना इलाज वहां कराएंगे: राकेश टिकैत
केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों के विरोध में पिछले 7 महीनों से किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। हालांकि कोरोना की दूसरी लहार के दौरान किसान आंदोलन सुस्त पड़ गया था। लेकिन फिर से एक बार किसान आंदोलन के आज 26 तारीख को 7 महीने पूरे होने पर किसान देश के अलग-अलग राज्यों के राजयभवान का घेराव कर रहे है। इस दौरान किसान से जुड़े कई नेताओं को पूलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
ऐसे में किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हमारे जिन पदाधिकारियों को पकड़ा हैं उन्हें या तो तिहाड़ जेल भेजो या फिर राज्यपाल से इनकी मुलाकात कराओ। हम आगे बताएंगे कि दिल्ली का क्या इलाज करना है। दिल्ली बगैर ट्रैक्टर के नहीं मानती है। लड़ाई कहां होगी, स्थान और समय क्या होगा यह तय कर बड़ी क्राांति होगी।
हमारे जिन पदाधिकारियों को पकड़ा हैं उन्हें या तो तिहाड़ जेल भेजो या फिर राज्यपाल से इनकी मुलाकात कराओ। हम आगे बताएंगे कि दिल्ली का क्या इलाज करना है। दिल्ली बगैर ट्रैक्टर के नहीं मानती है। लड़ाई कहां होगी, स्थान और समय क्या होगा यह तय कर बड़ी क्राांति होगी: किसान नेता राकेश टिकैत pic.twitter.com/bfPyJlbih6
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 26, 2021
किसान नेता ने आक्रामक अंदाज में केंद्र सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि संसद तो किसानों का अस्पताल हैं। वहां हमारा इलाज होगा। हमें पता चला हैं कि किसानों का इलाज एम्स से अच्छा तो संसद में होता है। हम अपना इलाज वहां कराएंगे। जब भी दिल्ली जाएंगे हम संसद में जाएंगे। हमारे चार लाख ट्रैक्टर और 25 लाख आदमी तैयार हैं।