किसानों को धमकाते हुए रागिनी तिवारी का वीडियो हुआ वायरल- जाफराबाद थाने में मुकदमा दर्ज
दिल्ली पुलिस ने स्वघोषित हिंदुत्ववादी नेता रागिनी तिवारी उर्फ जानकी बहन के खिलाफ एफ आई आर दर्ज किया। पुलिस ने उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153( दंगा भड़काने के इरादे से भड़काऊ बयान देना) के तहत एफ आई आर दर्ज की है।
रागिनी तिवारी के खिलाफ यह कार्यवाही तब की गई जब सोशल मीडिया पर वायरल उनका एक वीडियो पाया गया जिसमें वह दिल्ली के पूर्वोत्तर इलाके के दंगों की तरह किसानों को आंदोलन खत्म करने की खुलेआम धमकी दे रही है।
क्या है मामला?
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक महिला किसान आंदोलन को खत्म करने के लिए चेतावनी दे रही है और कह रही हैं कि 16 दिसंबर तक अगर किसान आंदोलन खत्म नहीं हुआ तो 17 दिसंबर को फिर से जाफराबाद बनेगा। इसी के साथ आपको बता देंगे कि रागिनी तिवारी के खिलाफ इससे पहले भी भड़काऊ बयान देने के आरोप लगे हैं। नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के दंगों में और दंगों के दौरान उन्होंने कई भड़काऊ बयान दिए थे और उसके वीडियो भी काफी वायरल हुए थे।
पुलिस ने वायरल वीडियो पर किया संज्ञान
इसी के साथ आपको बता दें कि तिवारी के वीडियो इंटरनेट पर काफी तेजी से वायरल हुई थी। उत्तरी पूर्वी जिला पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया की पुलिस को यह वायरल वीडियो मिली है। वीडियो पर संज्ञान करते हुए पुलिस ने कानूनी राय ली और उसके बाद रागिनी तिवारी पर केस दर्ज किया। पुलिस का कहना है कि मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस रागिनी तिवारी को गिरफ्तार करने उनके घर गई थी, मगर वह घर पर मिली नहीं।
आपको बता दें कि गत फरवरी उत्तर पूर्वी जिले में हुए रागिनी तिवारी की एक वीडियो वायरल हुई थी, जिसमें वह मौजपुर चौक पर भीड़ को हिंसा के लिए उकसा रही थी।
सूत्रों की मानें तो पुलिस दंगे के मामले में भी उससे पूछताछ कर सकती है। पुलिस दंगे में उसकी संलिप्तता की भी जांच करेगी।
वीडियो में क्या कहा रागिनी तिवारी ने ?
वायरल वीडियो में रागिनी तिवारी कहते हुए नजर आ रही हैं कि – मुझे लोग जानकी तिवारी कहते हैं। दिल्ली में जो किसान आंदोलन हो रहा है और किसान आंदोलन की आड़ में सजीव इमाम और उमर खालिद जैसे देशद्रोहियों और गद्दारों के रिहाई की जो साजिश चल रही है और गद्दारों का जो साथ दिया जा रहा है हम गांधीजी के बंदर नहीं है, इस साजिश को आंख बंद करके अनदेखा नहीं कर सकते और वही रागिनी तिवारी कहती हैं कि मुझे केंद्र और राज्य सरकार से कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा छठ पूजा में कोरोना रहा था और हमारी पूजा छठ पूजा रोक दी थी। मगर किसान आंदोलन में कोरोना नहीं हो रहा है? उन्होंने यह भी कहा कि मैं गांधी की बंदर महिला नहीं हूं, 16 तारीख तक अगर सरकार किसान आंदोलन को हटाती नहीं है, और किसान आंदोलन से पटती नहीं है तो 17 को फिर जाफराबाद बनेगा और रागिनी तिवारी फिर रोड खाली कर आएगी और आंदोलन बंद कर आएगी और इसकी पूरी जिम्मेदारी केंद्र सरकार और राज्य सरकार की होगी।
हे भारत के राष्ट्रवादियों…. इस राजनीति को समझिए, हां प्रदर्शन करके अपना अधिकार मांगने का सब को हक है मगर उस आड में उमर खालिद और शर्जील जैसे गद्दारों को छुड़ाने की बात और खालिस्तान बनाने की मांग करना- अरे विधर्मी तुम जानते हो तुम्हारी साजिश को मैं नहीं समझ रही हूं। रुचि बहन, दिव्या बहन, अंजलि बहन समेत जानकी धाम में मैं सारी बहनों को कह रही हूं कि 17 तारीख को तैयारी करिए। अगर किसान आंदोलन से सरकार दिल्ली को मुक्त नहीं कराती है तो फिर से जाफराबाद रागिनी तिवारी बनाएगी। और जो होगा तो केंद्र सरकार, राज्य सरकार और दिल्ली पुलिस इसके जिम्मेदार होगी… जय श्री राम
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