जी-20 डिजिटल अर्थव्यवस्था कार्य समूह के अध्यक्ष और इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) के सचिव अलकेश कुमार शर्मा ने कार्यक्रम पूर्व संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया
12 जून, 2023 को केन्द्रीय एमईआईटीवाई और एमएसडीई राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर जी 20 की तीसरी बैठक का उद्घाटन करेंगे, कार्यक्रम से इतर ‘ग्लोबल डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर (डीपीआई) शिखर सम्मेलन’ भी आयोजित किया जाएगा
भारत स्टैक अर्थात लोगों के स्तर पर डिजिटल समाधान सफलतापूर्वक लागू करने संबंधी अनुभव साझा करने के कुछ इच्छुक देशों के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करेगा
वैश्विक डीपीआई शिखर सम्मेलन में वैश्विक 46 देश, लगभग 150 विदेशी प्रतिनिधि, 9 देशों की मंत्रिस्तरीय भागीदारी, यूएनडीपी, यूनेस्को, डब्ल्यूईएफ, विश्व बैंक, आईटीयू, एडीबी, आईसीआरआईएसएटी, ओईसीडी, यूएनसीडीएफ, एशिया पीकेआई कंसोर्टियम, बीएमजीएफ जैसे अंतर्राष्ट्रीय संगठन और 47 वैश्विक डिजिटल विशेषज्ञ सम्मानित वक्ताओं के रूप में भाग लेंगे
इस अवसर पर एक विशेष प्रदर्शनी का आयोजन होगा जिसमें पहचान, भुगतान, पेपरलेस गवर्नेंस, डिजिटल कृषि, शिक्षा और कौशल, स्वास्थ्य सेवा और भारत की डिजिटल यात्रा सहित 14 विशिष्ट डिजिटल क्षेत्रों में भारत की यात्रा को दर्शाया जाएगा
जी20 देशों के सदस्य, अतिथि देश और अंतर्राष्ट्रीय संगठन प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर विचार-विमर्श के लिए आमंत्रित
‘जी-20 डिजिटल अर्थव्यवस्था कार्य समूह (डीईडब्ल्यूजी)’ के कार्यों को आगे बढ़ाते हुए इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय 12-14 जून को पुणे में डीईडब्ल्यूजी की चार दिवसीय बैठक का आयोजन कर रहा है, इस संबंध में आज मंत्रालय के सचिव रिमामयी उपस्थिति में होगा। उद्घाटन सत्र में इंडिया स्टैक यानी लोगों के स्तर पर डिजिटल समाधान लागू करने संबंधी भारत के अनुभव साझा करने के इच्छुक कुछ देशों के साथ भारत समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करेगा।
अगले दो दिनों में वैश्विक डीपीआई शिखर सम्मेलन में वैश्विक विशेषज्ञों और डिजिटल नेताओं के बीच ‘डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे का अवलोकन (डीपीआई)’, ‘लोगों को सशक्त बनाने के लिए डिजिटल पहचान’, ‘डिजिटल भुगतान और वित्तीय समावेशन’, ‘न्यायिक प्रणालियों और विनियमों के लिए डीपीआई’, ‘कुशल सेवा वितरण के लिए डिजिटल दस्तावेज विनिमय’, ‘डीपीआई के लिए महत्वपूर्ण सार्वजनिक अवसंरचना (पीकेआई)’, ‘डिजिटल शिक्षा और कौशल’ विषयों पर चर्चा का आयोजन किया जाएगा। ‘डिजिटल स्वास्थ्य और जलवायु कार्रवाई के लिए डीपीआई’, ‘डिजिटल कृषि पारिस्थितिकी तंत्र’, और ‘वैश्विक डीपीआई पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण’ विषयों पर विचारों का आदान-प्रदान होगा। शिखर सम्मेलन में लगभग 300 वरिष्ठ प्रतिनिधि भाग लेंगे, इसमें से 46 देश और लगभग 150 विदेशी प्रतिनिधि भी हिस्सा ले रहे हैं, और 9 देशों के मंत्री भी हिस्सा ले रहे हैं। सम्मेलन में 47 वैश्विक डिजिटल विशेषज्ञ सम्मानित वक्ताओं के रूप में शामिल होंगे वे डिजिटल विशेषज्ञता और इस क्षेत्र में अपने देश के अनुभव साझा करेंगे। शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले अंतर्राष्ट्रीय संगठनों में यूएनडीपी, यूनेस्को, विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ), विश्व बैंक, अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू), एशियाई विकास बैंक (एडीबी), इंटरनेशनल क्रॉप्स रिसर्च इंस्टीट्यूट फॉर द सेमी एरिड ट्रॉपिक्स (आईसीआरआईएसएटी), आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (ओईसीडी), यूनाइटेड नेशंस क्यापिटल डेवलपमेन्ट फण्ड (यूएनसीडीएफ), एशिया पीकेआई कंसोर्टियम, बिल एवं मेलिंडा गेट्स संस्थान (बीएमजीएफ) आदि शामिल हैं।
सम्मेलन में वैश्विक डीपीआई प्रदर्शनी डिजिटल पहचान, फास्ट पेमेंट, डिजीलॉकर, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, ई-राष्ट्रीय कृषि बाजार, अत्याधुनिक शासन, एकीकृत मोबाइल ऐप, डिजिटल वाणिज्य के लिए ओपन नेटवर्क, एनामॉर्फिक अनुभव, हवाई अड्डे पर निर्बाध यात्रा अनुभव, भाषा अनुवाद, लर्निंग सॉल्यूशन, टेली-मेडिकल परामर्श अनुभव और भारत की डिजिटल यात्रा का सरलीकरण जैसे 14 अनुभव क्षेत्रों को प्रदर्शित करने के लिए समानान्तर प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी।
बैठकों के दूसरे और तीसरे दिन जी-20 देशों के सदस्य, आमंत्रित अतिथि देश और अंतर्राष्ट्रीय संगठन ‘डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर’, ‘साइबर सुरक्षा’ और ‘डिजिटल स्किलिंग’ जैसे प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में कार्रवाई विषय पर व्यापक चर्चा करेंगे।
जी-20 के सदस्य देशों में आम लोगों, विशेष रूप से युवाओं और उद्यमियों के साथ जुड़ने के लिए भारतीय अध्यक्षता के अंतर्गत ‘स्टे सेफ ऑनलाइन (एसएसओ)’ अभियान और ‘जी 20 डिजिटल इनोवेशन एलायंस (डीआईए)’ शुरू किए गए हैं। अब तक, स्टे सेफ ऑनलाइन अभियान में 2,19,000 से अधिक व्यक्तियों ने राष्ट्रीय स्तर के साइबर क्विज़ में भाग लिया है और 2460 से अधिक स्टार्टअप्स ने प्रतियोगिता के लिए आवेदन किया है।