गडकरी ने ऑटोमोबाइल उद्योग में बदलाव लाने में ई-वाहनों के महत्व पर जोर दिया
केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि ऑटोमोबाइल उद्योग को और अधिक ई-वाहन बनाने के काम में लगाया जा रहा है।
महाराष्ट्र के पुणे स्थित मर्सिडीज कंपनी के चाकन प्लांट में भारत में निर्मित पहली मर्सिडीज-बेंज लक्ज़री इलेक्ट्रिक कार (580 4मटिक) को लॉन्च करते हुए, उन्होंने कहा कि वैकल्पिक ईंधन के आधार पर ऑटोमोबाइल उद्योग में बदलाव लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार के पास एक ऐसी नीति है जिसमें आयात का विकल्प है और जो किफायती, प्रदूषण मुक्त एवं स्वदेशी है। केन्द्रीय मंत्री ने पेट्रोल और डीजल की तुलना में पर्यावरण के अनुकूल एवं किफायती विकल्प के रूप में जैव ईंधन के महत्व को दोहराया।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि हमारे पास सबसे अधिक संख्या में कुशल एवं प्रतिभाशाली युवा इंजीनियर उपलब्ध हैं, जो बेहद सक्षम व बुद्धिमान हैं और अनुसंधान एवं विकास कार्यों में महत्वपूर्ण योगदान देंगे। उन्होंने कहा कि ऑटोमोबाइल उद्योग जीएसटी के रूप में राज्य और केन्द्र सरकारों को अधिकतम राजस्व का योगदान देता है।
वाहन स्क्रैपिंग नीति के बारे में बात करते हुए, उन्होंने कहा कि हमारे पास एक करोड़ दो लाख वाहन स्क्रैपिंग के लिए तैयार हैं, लेकिन वर्तमान में केवल 40 स्क्रैपिंग इकाइयां ही उपलब्ध हैं। केन्द्रीय मंत्री ने देश के प्रत्येक जिले में चार स्क्रैपिंग इकाई खोलने का प्रस्ताव रखा ताकि 2000 इकाइयां खोली जा सकें।
गडकरी ने पुणे और पिंपरी नगर निगम क्षेत्र से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-48 के एनडीए (चांदनी) चौक से रावत/किवाले खंड का निरीक्षण भी किया। इस निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य इस खंड में यातायात संबंधी समस्याओं को हल करना था और वाकाड जंक्शन, भुमकर चौक जंक्शन, रावत जंक्शन को बेहतर बनाना था।