ग़ुलाम नबी आज़ाद ने दिखाई ताकत, राहुल गाँधी पर रह सकते हैं भारी
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और हाल ही में राज्य सभा से रिटायर्ड हुए ग़ुलाम नबी आज़ाद ने जम्मू में असंतुष्ट कांग्रेस नेताओं की एक बैठकांग्रेस से खफा चल रहे पार्टी नेता गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, कपिल सिब्बल, भूपेंद्र सिंह हुड्डा, मनीष तिवारी, राज बब्बर और विवेक तन्खा समेत कई बड़े नेता जम्मू में जुटे। मौका था गांधी ग्लोबल फैमिली के शांति पाठ का जिसके अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद हैं।
कपिल सिबल ने कहा, ‘कांग्रेस पार्टी हमें कमजोर होती दिख रही हैं। हम यहां जमा हुए हैं, हमें पार्टी को मजबूत करना है। गांधी जी सचाई पर चलते हैं लेकिन ये सरकार झूठ बोल रही है। गुलाम नबी आजाद अनुभवी और इंजीनियर हैं। हर प्रदेश में कांग्रेस की असली स्थिति से परिचित है। हम नहीं चाहते थे कि उन्हें संसद से आजादी मिले। इनके अनुभव को कांग्रेस उपयोग क्यों नहीं कर रही है।’
कपिल सिबल ने आगे कहा, ‘कांग्रेस पार्टी को हर जिले प्रदेश में मजबूत करने के लिए काम करेंगे। अगर कांग्रेस कमजोर हुई तो देश कमजोर होगा। देश के सामने समस्या इस देश मे ऐसे राजनेता और राजनीति जिसका दृष्टिकोण पार्टी को बढ़ाने में लगा है।’
कांग्रेस के 23 गाँधी
G23 नाम से जाने जानें वाले ये सभी नेता ग़ुलाम नबी आज़ाद के बुलाने पर गए हुए थे। इन्हीं नेताओं ने कांग्रेस नेता सोनिया गाँधी को चिठ्ठी लिखकर अपनी नाराजगी जताई थी और पार्टी का भविष्य तय करने को कहा था।
जिस तरीके से ये सभी नेता एकजुटता दिखा रहे हैं, ऐसे में लग रहा है कांग्रेस के अध्यक्ष पद के समय बड़ा घमासान होने वाला है और अगर ग़ुलाम नबी आज़ाद राहुल गाँधी के ऊपर भारी पड़ते हैं तो चौंकिएगा नहीं।