दिहाड़ी मजदूरों को हर महीने छः हजार रुपये सहायता राशि दे सरकार : सोनिया गांधी
कोरोना से देश में बिगड़ते हालात को लेकर विपक्षी पार्टियां केंद्र सरकार पर हमलावर हो गई है। खासकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधना शुरू कर दिया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर कोरोना से निपटने के तौर-तरीकों पर सवाल उठाए हैं।
कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में आज राहुल गांधी ने कहा कि देश एक साल से कोरोना के चपेट में है। लेकिन सरकार के पास इससे निपटने के लिए कोई रणनीति नहीं है, ना ही वैक्सीन लगवाने को लेकर कोई सही तरीका है। उन्होंने आगे कहा कि सरकार के कोरोना को नजरअंदाज करने की वजह से देश की हालत लगातार बिगड़ती जा रही है।
सोनिया गांधी ने भी सरकार को घेरा
उधर, कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया उन्होंने अपनी चिंता जताई। उन्होंने कांग्रेस वर्किंग कमेटी(सीडब्ल्यूसी) की बैठक के शुरुआती टिप्पणी में कहा कि “हमारे पास कोरोना से निपटने के लिए एक साल का समय था। लेकिन सरकार ने कोई रणनीति बना सकी, इसलिए हम आज भी हम इससे लड़ पाने में असहाय दिख रहे हैं।”
चिकित्सा उपकरणों और हॉस्पिटल बेड की कमी की खबरें बेहद चिंताजनक हैं। देश भर से कोविड -19 वैक्सीन की कमी के साथ-साथ देश के विभिन्न हिस्सों में रेमडेसिविर सहित महत्वपूर्ण जीवन रक्षक दवाओं की कमी भी दिखाई दे रही है।
– कांग्रेस अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी pic.twitter.com/PDVVPvTThM
— Congress (@INCIndia) April 17, 2021
उन्होंने 25 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को भी वैक्सीन लगाने की सिफारिश की। मधुमेह, अस्थमा और लीवर संबंधित बीमारी से ग्रसित सभी बच्चों को वैक्सीनेट करने की बात कही। है।
सोनिया गांधी ने हालात ठीक होने तक डेली वेजेज मजदूर के लिए हर महीने छः हजार रुपये सहायता राशि देने की भी मांग सरकार की है। ये सभी बातें उन्होंने कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में कहीं और आशा जताई कि सरकार को यह सुझाव देने पर अमल भी करेंगी।
By: Sumit Anand
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