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गोयल अगले सप्ताह अमेरिका जायेंगे, व्यापार प्रतिनिधि, वाणिज्य मंत्री के साथ करेंगे बैठक

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी मंच सम्मेलन और भारत-प्रशांत आर्थिक रूपरेखा (आईपीईएफ) मंत्रिस्तरीय बैठक में भाग लेने के लिए 5 से 10 सितंबर 2022 तक संयुक्त राज्य अमेरिका में सैन फ्रांसिस्को और लॉस एंजिल्स की यात्रा पर रहेंगे। वे दोनों देशों के बीच साझेदारी तथा व्यापार और आर्थिक संबंधों को मजबूत करने के लिए यात्रा के दौरान व्यापार जगत के प्रसिद्ध व्यक्तियों, अमेरिकी अधिकारियों और उद्योग जगत के प्रतिनिधियों के साथ भी बातचीत करेंगे।

भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएस) के बीच एक व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी है, जिसमें मानव प्रयास के लगभग सभी क्षेत्रों को शामिल किया गया है और जो साझा लोकतांत्रिक मूल्यों, कई मुद्दों पर हितों के एकसमान होने और दोनों देशों के लोगों के बीच जीवंत संपर्कों से प्रेरित है। नेतृत्‍व के स्‍तर पर विचारों के नियमित आदान-प्रदान, विस्‍तारित द्विपक्षीय संबंधों का एक अभिन्‍न आयाम रहा है। इन यात्राओं के परिणाम दोनों देशों के बीच बहुआयामी संबंधों को और मजबूत करने में सहायक रहे हैं।

यूएसए और भारत-प्रशांत क्षेत्र के अन्य भागीदार देशों द्वारा समृद्धि के लिए भारत-प्रशांत आर्थिक रूपरेखा (आईपीईएफ) को 23 मई, 2022 को टोक्यो में संयुक्त रूप से लॉन्च किया गया था। भारत आईपीईएफ में शामिल हुआ और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति श्री जो बिडेन, जापान के प्रधानमंत्री श्री किशिदा फुमियो और भागीदार देशों के अन्य नेताओं के साथ लॉन्च कार्यक्रम में भाग लिया।

लॉन्च के तुरंत बाद 23 मई को और उसके बाद 26-27 जुलाई, 2022 से वर्चुअल मंत्रिस्तरीय बैठकें आयोजित की जा रही हैं।

आईपीईएफ इस क्षेत्र में विकास, शांति और समृद्धि को आगे बढ़ाने के लक्ष्य के साथ भागीदार देशों के बीच आर्थिक जुड़ाव को मजबूत करना चाहता है। रूपरेखा चार स्तंभों पर आधारित है – व्यापार (स्तंभ I); आपूर्ति श्रृंखला (स्तंभ II); स्वच्छ अर्थव्यवस्था (स्तंभ III); और निष्पक्ष अर्थव्यवस्था (स्तंभ IV)। यह बैठक भारत-प्रशांत क्षेत्र में आर्थिक सहयोग को मजबूत करने और सहनीयता, स्थायित्व, समावेशिता, आर्थिक विकास, निष्पक्षता और प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ावा देने पर केंद्रित होगी।

भारत एक स्वतंत्र, खुले और समावेशी भारत-प्रशांत क्षेत्र के लिए प्रतिबद्ध है और इस क्षेत्र के विकास और समृद्धि के लिए भागीदारों के बीच आर्थिक सहयोग को गहरा करने की दिशा में कार्य करेगा। रूपरेखा समावेशी है और साझेदार देशों को उनकी प्राथमिकताओं के आधार पर स्तंभों के साथ जुड़ने के लिए लचीलेपन की अनुमति देता है।

आईपीईएफ मंत्रिस्तरीय बैठक के दौरान मंत्री श्री गोयल अमेरिकी वाणिज्य सचिव, यूएसटीआर और आईपीईएफ के अन्य सहयोगी देशों के मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे।

यात्रा के दौरान, मंत्री बहुराष्ट्रीय कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों, प्रवासी भारतीयों, उद्यम पूंजीपतियों और शिक्षाविदों सहित स्टार्टअप समुदाय के साथ बातचीत करेंगे, ताकि भारतीय और अमेरिकी व्यापारिक समुदायों के बीच मौजूदा व्यापार और निवेश संबंधों को आगे बढ़ाया जा सके। यह यात्रा कई सरकारी कार्यक्रमों जैसे गति-शक्ति, स्टार्टअप इंडिया, निवेश गलियारा, कारोबार में आसानी के लिए किए गए उपायों और निवेश के माहौल में सुधार के साथ भारत के सबसे पसंदीदा निवेश गंतव्य होने पर के आकर्षण पर ध्यान केंद्रित करेगी।

गोयल घनिष्‍ठ औद्योगिक सहयोग की आवश्‍यकता और संभावनाओं पर विचार-विमर्श करेंगे और साझीदारी का और विस्‍तार करेंगे तथा प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में व्‍यापार एवं निवेश संबंध स्‍थापित करेंगे। स्टार्टअप इकोसिस्टम और प्रवासी भारतीय के साथ विचार-विमर्श भी एजेंडे में हैं, जो उनके विकास और विस्तार को सशक्त बनाने और सलाह देने में मदद करेंगे। मंत्री यूएसए में इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएआई) के प्रतिनिधि कार्यालयों का भी शुभारंभ करेंगे।

गोयल से बे एरिया में विश्व स्तर पर प्रसिद्ध प्रौद्योगिकी, उद्यमशीलता और अकादमिक समुदायों के साथ बातचीत करने की उम्मीद है, विशेष रूप से सिलिकॉन वैली में, जहाँ वे अमेरिकी कंपनियों के साथ चर्चा करेंगे, जो भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स (सेमीकंडक्टर सहित), प्रौद्योगिकी, फिनटेक आदि क्षेत्रों में निवेश या विस्तार करना चाहती हैं।

गोयल सैन फ्रांसिस्को में स्टार्टअप समुदाय के साथ बातचीत करेंगे, जिसका उद्देश्य भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए अधिक से अधिक साझेदारी का पता लगाना, भारत के घरेलू बाजारों के लिए वैश्विक पूंजी जुटाना और भारतीय उद्यमियों के लिए अनुभवी वैश्विक व्यापारिक प्रतिनिधियों द्वारा परामर्श को प्रोत्साहित करना है।