हैल्थ टिप्स: रोजाना एक ग्लास लस्सी पीने के होते हैं इतने फायदे
गर्मियों के दिनों में धूप की तपिश से बचने के लिए लस्सी का सेवन किया जाता हैं। लस्सी का सेवन करने से आपको कई पोषक तत्व आसानी से मिल जाते है। जैसे केल्शियम, पोटैशियम, फॉस्फोरस आदि जो शरीर को स्वस्थ्य रखने में मदद करते हैं।
इसे पीने के कई फायदे है:
1. बॉडी हीट कंट्रोल करता है
लस्सी में मौजूद इलेक्ट्रोलाइट और पानी की मात्रा आपके शरीर की नमी को बनाए रखते हैं। साथ ही शरीर की गर्मी को भी नियंत्रित रखती है।
2. इम्युनिटी पॉवर
लैक्टिक एसिड की मात्रा ज्यादा होने के कारण यह इम्युनिटी पॉवर को मजबूत बनाती है।
3. पाचन तंत्र के लिए बेहतर
लस्सी में अच्छे बैक्टीरिया की मात्रा अधिक होती है जिस वजह से इसके सेवन से पूरा पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है। अगर आपको पेट से जुड़ी कोई दिक्कत है तो एक गिलास लस्सी पी लें कुछ ही देर में तकलीफ दूर हो जायेगी। लंच के बाद इसका सेवन सबसे उपयुक्त माना जाता है।
4. एसिडिटी से राहत
जो लोग हमेशा एसिडिटी की समस्या से परेशान रहते हैं उन्हें लस्सी का सेवन ज़रूर करना चाहिये। लस्सी की तासीर ठंडी होती है जिस वजह से हार्टबर्न या अपच की समस्या से राहत दिलाने में यह बहुत असरदार है।
5. वजन घटाने में कारगार
लस्सी में कैलोरी की मात्रा बबुत कम होती है और फैट भी नहीं होता है। यह फैट जो आम तौर पर पेट और भोजन नली के अंदर की दीवारों में जम जाता है उसको निकलने में मदद करता है।
लस्सी पीने का सही समय:
दोपहर के खाने के बाद लस्सी पीना सबसे अधिक फायदेमंद होता है इसलिए आप हमेशा दोपहर के खाना खाने के बाद इसका सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा आप सुबह के समय नाश्ते में भी लस्सी का सेवन कर सकते है।
लस्सी किस चीज़ से बनती है:
लस्सी दही से बनती है। दही में सभी पोषक तत्व जैसे कैल्सियम, पोटैशियम, मैग्नीशियम और प्रोटीन आदि पाए जाते है। ये सभी हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद करता है।
लस्सी कैसे बनती है:
इसे बनाने के लिए आपको ताजे दही, शक्कर और कुछ बर्फ के टुकड़े की आवश्यकता होगी। अब जितनी लस्सी बनानी हो उतना दही लेकर इसमें स्वाद अनुसार शक्कर को मिलाएं और दही को फैटें। जब शक्कर अच्छी तरह से दही में घुल जाएँ तो इसमें बर्फ के टुकड़े डाल लें और फिर से दही को फैटें। अब आपकी स्वादिष्ट मीठी लस्सी बनकर तैयार है।
लस्सी और भी कई तरह से बनाई जाती है। जैसे -मैंगो लस्सी ,नमकीन लस्सी ,ड्राई -फ्रूट लस्सी ,पेड़ा लस्सी ,और रोज़ लस्सी आदि।