Health Tips : थायराइड के मरीज इस तरह करें तुलसी का सेवन, होगा कंट्रोल

आजकल थायराइड एक आम समस्या बन गई है। ये शरीर में आयोडीन की कमी के कारण से होता है। पुरुषों की तुलना में महिलाओं में थायराइड की समस्या ज्यादा देखने को मिलता है। इस बीमारी से ग्रषित महिलाओं का वजन तेजी से बढ़ने लगता है। इसके साथ ही शरीर भी कमजोर पड़ जाता है। मोटापे के कारण शरीर को अन्य बीमारियों का भी खतरा रहता है। यही कारण है कि इसे कंट्रेल में रखना बेहद जरूरी होता है। ऐसे में आप तुसली के पत्तो का सेवन कर थाइराइड को कंट्रोल कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं कि तुलसी खाने से थायराइड को कैसे कंट्रोल में रखा जा सकता है और इसके क्या फायदे हैं।

थायराइड मरीजों के लिए इस तरह फायदेमंद है तुलसी

तुलसी का सेवन करने से थायराइड के कई लक्षणों को कंट्रोल किया जा सकता है। तुसली एंटी फंगल, एंटी बैक्टीरियल, एंटी वायरल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होते हैं जो कई परेशानियों को दूर कर सकते हैं।

थायराइड के मरीज इन लक्षणों के ना करें नजरअंदाज

1.वजन बढ़ जाना
2.वजन लगातार घटना
3.गले में सूजन
4.मूड स्विंग होना

इस तरह करें तुलसी का सेवन

1.सबसे पहले तुलसी की पत्तियां तोड़कर इसका रस निकाल लें। इसके बाद इस रस में आधा चम्मच एलोवेरा जूस मिला लें। अब इसका सेवन करें। इसका सेवन करने से थायराइड को कंट्रोल किया जा सकता है।

2.आप चाहें तो दिन में 2 बार तुलसी से बना दूध वाली चाय भी पी सकते हैं।

3. इसके अलावा सुबह खाली पेट 2 से 3 तुलसी की पत्तियों को चबाना भी फायदेमंद होता है।

हाइपो थायरायडिज्म के मरीज ना करें सेवन

1. थायराइड दो प्रकार का होता है। पहला हाइपो थायराइड और दूसरा हाइपर थायराइड। अगर आप हाइपो थायराइड से पीड़ित हैं तो शरीर मोटापे का शिकार होने लगता है और नींद ज्यादा आती है। जबकि हाइपर थायराइड में ठीक इसका उल्टा होता है। इसमें वजन घटने के साथ-साथ धड़कन बढ़ जाता है, जोड़ों में दर्द और नींद कम आने जैसे लक्षण दिखने लगते हैं।

2. तुलसी थायरोक्सिन के लेवल को कम करती है। लेकिन हाइपो थायरायडिज्म वाले लोगों में थायरोक्सिन नामक थायराइड हार्मोन का लेवल पहले से ही कम होता है। यही वजह है कि हाइपो थायरायडिज्म के मरीजों को तुलसी का सेवन नहीं करना चाहिए।