मणिपुर में शांति प्रक्रिया को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार और मणिपुर सरकार ने मणिपुर के एक विद्रोही समूह जेडयूएफ के साथ गतिविधियों की समाप्ति के समझौते पर आज नई दिल्ली में हस्ताक्षर किए
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘उग्रवाद मुक्त और समृद्ध पूर्वोत्तर’ के विजन को साकार करते हुए और केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में, भारत सरकार और मणिपुर सरकार ने एक दशक से अधिक समय से सक्रिय जेलियांग्रोंग यूनाइटेड फ्रंट (जेडयूएफ) के साथ आज नई दिल्ली में गतिविधियों की समाप्ति का समझौता किया। यह समझौता मणिपुर में शांति प्रक्रिया को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ावा देगा। इस समझौते पर केन्द्रीय गृह मंत्रालय एवं मणिपुर सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों और जेडयूएफ के प्रतिनिधियों ने मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए।
सशस्त्र समूह के प्रतिनिधियों ने हिंसा छोड़ने और देश के कानून द्वारा स्थापित शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक प्रक्रिया में शामिल होने पर सहमति व्यक्त की। इस समझौते में सशस्त्र कैडरों के पुनर्वास और पुनर्व्यवस्थापन का प्रावधान है। सहमति प्राप्त बुनियादी नियमों के कार्यान्वयन की देख-रेख के लिए एक संयुक्त निगरानी समूह का गठन किया जाएगा।