फास्ट फूड का बढ़ता चलन सेहत का दुश्मन
जंक फ़ूड देखने में आकर्षित दिखता है, जो हमे खाने में मजबूर कर देते है। पहले लोग गोल-गप्पे, टिक्की जेसी चीज़े खाकर खुश हो जाते थे। लेकिन आज के लोग इन चीज़ो के साथ पिज़्ज़ा, बर्गर जैसी चीज़ो को अपने जीवन में अधिक महत्व देते है।
जंक फूड खाने से बीमारियों को आमंत्रण करने जैसा है। जिसका मतलब यह है कि जंक फूड कभी भी स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं हैं। जंक फूड शब्द का अर्थ उस भोजन से है, जो स्वस्थ शरीर के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं होता। इसमें पोषण की कमी होती है।
पूरे संसार में जंक फूड का उपभोग दिन प्रति दिन बढ़ता ही जा रहा है, जो भविष्य के लिए अच्छा नहीं है। पहले कुछ कुछ जगह पर भारतीय खाने के रेस्टोरेंट होटल, ढाबा होते थे लेकिन आज हर जगह पर जंक फूड के स्टाल्स, दुकाने देखने को मिलेगी। जंक फूड को हमने इतना प्रमोट कर दिया है कि आज की युवा पीढ़ी सादा खाना नहीं खाना चाहती है।
जंक फूड की सूची में बर्गर, फ्रेंच फ्राइज, कोको कोला, आलू के चिप्स, पीजा, केक, हॉट डॉग, डोनट्स, पेनकेक्स इत्यादि चीजें शामिल हैं।
जंक फूड खाने से वजन बढ़ता है। अधिक जंक फूड खाने से डायबिटीज जेसी बीमारियों का शिकार हो जाते है और शरीर में विटामिन की कमी होनी शुरू हो जाती है। जंक फूड से दिल की समस्या भी शुरू हो जाती है।
जंक फूड भले ही हमे स्वादिष्ट लगता हो लेकिन उतना ही हमारे शरीर के लिए हानिकारक है। जितना हो सके कम खाए। हफ्ते में एक बार, महीने में पांच बार खाइये मगर रोज़ खाने से आप स्वस्थ नहीं रह पाएंगे।