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भारत में महंगे और अधिक मांग वाले तकनीकी वस्त्र उत्पादों के लिये उद्योगों के साथ विचार विमर्श, अंतरराष्ट्रीय बैंचमार्किंग और मांग का आकलन महत्वपूर्णः केन्द्रीय वस्त्र मंत्री  पीयूष गोयल

राष्ट्रीय तकनीकी वस्त्र मिशन के तहत जियोटेक, प्रोटेक, इंडटेक, टिकाउ वस्त्र, स्पोर्टेक, बिल्डटेक और स्पेशियलिटी फाइबर्स के क्षेत्र में 20 अनुसंधान और विकास(आरएंडडी) परियोजनाओं को मंजूरी

केन्द्रीय वस्त्र, वाणिज्य एवं उद्योग और उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत में तकनीकी वस्त्रों के क्षेत्र में अनुसंधान और नवाचार बढ़ाने तथा महंगे, अधिक मांग वाले संभावित उत्पादों की पहचान के लिये उद्योगों के साथ विचार-विमर्श और अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्किंग के साथ मांग का सही आकलन काफी महत्वपूर्ण है। केन्द्रीय वस्त्र मंत्री ने आज नई दिल्ली में राष्ट्रीय तकनीकी वस्त्र मिशन (एनटीटीएम) की छठी मिशन संचालन समूह (एमएसजी) बैठक की अध्यक्षता करते हुये यह बात कही।

वस्त्र मंत्रालय ने छठी एमएसजी बैठक के दौरान जियोटेक, प्रोटेक, इंडटेक, टिकाउ वस्त्र क्षेत्र, स्पोर्टेक, बिल्डटेक वर्ग और स्पेशियलिटी फाइबर (कार्बन और अल्ट्रा हाई मोलेक्यूलर वेट पालिएथलिन) जैसे तमाम अहम् रणनीतिक क्षेत्रों में 61.09 करोड़ रूपये की 20 अनुसंधान एवं विकास परियोजनाओं को मंजूरी दी है।

इन 20 आर एण्ड डी परियोजनाओं में 3 परियोजनायें जियोटेक, 6 प्रोटेक, एक इंडटेक, एक स्पोर्टेक, 2 सस्टेनेबल टैक्सटाइल, 2 बिल्डटेक, 2 कार्बन फाइबर, 2 स्पेशियलिटी/फंक्सनल फाइबर और एक अल्ट्रा हाई मालेक्यूलर वेट पालिएथलिन (यूएचएमडब्ल्यूपीई) को मंजूरी दी है।

पीयूष गोयल ने बैठक को संबोधित करते हुये कहा कि कार्यक्षमता, आगे बढ़ने और निरंतरता के लिये आटोमोबाइल, विमानन, ढांचागत और चिकित्सा क्षेत्र में वैकल्पिक साधन के तौर पर अधिक मजबूती वाले हल्के तकनीकी वस्त्रों का कहां इस्तेमाल हो सकता है उनकी पहचान करना जरूरी है।

गोयल ने कहा कि एनटीटीएम के तहत प्राथमिकता वाले क्षेत्रों जहां वस्त्र मंत्रालय, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय आपस में सहयोग कर सकते हैं उनमें ज्यादा से ज्यादा आरएंडडी प्रस्तावों को आकर्षित करने के लिये बड़े पैमाने पर पहुंच कार्यक्रम चलाना समय की जरूरत है।

गोयल ने कहा कि व्यापक स्तर पर जागरूकता, लाभ और एनटीटीएम योजनाओं का अधिकतम इस्तेमाल करने तथा देशभर में अनुसंधान और नवाचार परिवेश बढ़ाने के लिये अच्छी साख वाले निजी इंजीनियरिंग कालेजों को वस्त्र शोध संघों अथवा प्रतिष्ठित सरकारी संस्थानों के साथ मिलकर काम करने के लिये प्रोत्साहित किया जाना चाहिये।

मंत्री ने इस अवसर पर एनटीटीएम के कंपोनेंट-दो -संवर्धन और बाजार विकास- की प्रगति समीक्षा भी की। इसमें मुंबई में फिक्की के साथ 22 से 24 फरवरी 2023 तक टेक्नोटैक्स 2023 के 10वें संस्करण का आयोजन, सीआईआई के साथ 24 मार्च 2023 को दिल्ली में जियोटेक्सः जियो-टैक्सटाइल -पीएम, गतिशाक्ति योजना पर राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन, 21 अप्रैल 2023 को राजकोट में चिंतन शिविर- ’सौराष्ट्र तमिल संगम’ के तहत टेक्नीकल टैक्सटाइलः होमटेक और क्लाथटेक में वृद्धि संभावनाओं की खोज और 02 जून 2023 को दिल्ली में आईटीटीए के साथ स्पोर्टेक पर राष्ट्रीय सम्मेलन: भारत में खेल के कपड़ों और सहायक उद्योग का भविष्य जैसे अब तक आयोजित कार्यक्रम शामिल है।

पीयूष गोयल ने इस अवसर पर रेल मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय के साथ तकनीकी वस्त्रों के इस्तेमाल को बढ़ाने के लिये एनटीटीएम के तहत अंतरमंत्रालय स्तर पर विभिन्न तकनीकी वस्त्रों के संचलन/स्वीकरण और बैठकों की भी समीक्षा की। इसके लिये 10 अप्रैल 2023 को 19 जियो टैक्सटाइल और 12 प्रोटेक्टिव टैक्सटाइल और 31 तकनीकी वस्त्रों के लिये क्यूसीओ जारी किया गया।

बैठक में नीति आयोग, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय, भारी उद्योग मंत्रालय, रेल मंत्रालय, जलशक्ति मंत्रालय, व्यय विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, आंतरिक व्यापार और उद्योग संवर्धन विभाग और अन्य मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारियों तथा उद्योग जगत के प्रमुख सदस्यों ने भाग लिया।