भारत योग और पारंपरिक चिकित्सा में विश्व गुरु बनने की स्थिति में है: सर्बानंद सोनोवाल
आठवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (आईडीवाई-2022) की तैयारी में 100 दिन के काउंटडाउन कार्यक्रम का भव्य उद्धाटन योग महोत्सव के रूप में रविवार सुबह विज्ञान भवन में केंद्रीय आयुष मंत्रालय के तत्वावधान में कई केंद्रीय मंत्रालयों की सहभागिता के साथ हुआ। योग महोत्सव के इस आयोजन के साथ देश-विदेश में अगले 100 दिन होने वाले आकर्षक और सार्थक कार्यक्रमों की कड़ी शुरू हो गई है।
केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने 100 दिन के कार्यक्रमों की संक्षिप्त रूपरेखा बताने के साथ कहा कि योग और पारंपरिक चिकित्सा के क्षेत्र में भारत विश्व का नेतृत्व कर रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत में ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन की स्थापना की स्वीकृति देकर भारत की जिम्मेदारी और बढ़ा दी है।
समारोह के उद्घाटन वक्तव्य में केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सवों के सतत आयोजन से आज योग पूरे विश्व में शांति का प्रतीक बन गया है और यह जन स्वास्थ्य को लेकर विश्व का सबसे बड़ा अभियान साबित हो रहा है।
उन्होंन कहा कि आईडीवाई-2022 के 100 दिनी काउंटडाउन का यह अभियान बीमारी, तनाव और अवसाद से मुक्त होने की यात्रा है और इसमें सभी लोगों को शामिल होना चाहिए। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 2014 में संयुक्त राष्ट्र संगठन से योग को लेकर जो यात्रा शुरू की थी, वह अब विश्व के प्रत्येक देश के कोने-कोने में पहुंच गई है।
योग दिवस के उपलक्ष्य में 100 दिनों तक चलने वाले आयोजित भव्य एवं दिव्य कार्यक्रम से जुड़ने के लिए मैं सरकार के सभी मंत्रियों, प्रदेश के सभी मुख्यमंत्रियों, सांसद, विधायक, पंचायत प्रतिनिधियों, शहरी निकाय के सदस्यों एवं समस्त देशवासियों से आवाहन करता हूं। #IDY2022 pic.twitter.com/vaVeXaZETU
— Sarbananda Sonowal (@sarbanandsonwal) March 13, 2022
केंद्रीय श्रम-रोजगार और पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि जलवायु परिवर्तन को देखते हुए पर्यावरण मित्र जीवन शैली आज दुनिया की सबसे बड़ी जरूरत है और योग ने विश्व में इसकी राह दिखायी है। उन्होंने कहा कि हमने 30 लाख हेक्टेयर परती भूमि को हरा-भरा करने का संकल्प लिया है। योग भारत की सांस्कृतिक विरासत है। योग के जरिये पर्यावरण संरक्षण संकल्प पूरे विश्व के लिए जरूरी है।
उन्होंने आयुष मंत्रालय से आग्रह किया कि आईडीवाई-2022 काउंटनडाउन के कार्यक्रमों का आयोजन 52 बाघ संरक्षण केंद्रों और 49 चयनित झीलों के पास भी करवाएं। केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय 160 से अधिक देशों में आयुष मंत्रालय के साथ आईडीवाई के तहत आयोजित योग कार्यक्रमों में शामिल होगा।
केंद्रीय विदेश और संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि इस समय पूरे विश्व को स्वास्थ्य और पर्यावरण का ध्यान रखने की जरूरत है। इसके लिए योग से बढ़कर कोई दूसरा उपाय नहीं है। कोरोना काल में सबने महसूस किया है कि मानसिक संतुलन से बढ़कर और कुछ नहीं है और योग जीवन में संतुलन स्थापित करता है।
केंद्रीय आयुष, महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री डॉ. मुंजपरा महेंद्रभाई कालूभाई ने कहा कि वर्तमान समय में योग शांति और संतुलन के लिए भारत की विश्व को अनुपम देन है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने समारोह में हरियाणा में सौ एकड़ क्षेत्र में योग विश्वविद्यालय स्थापित करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 550 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं जिनमें से आधे से अधिक केंद्रों को आयुष से जोड़ा जाएगा। हरियाणा देश का पहला राज्य है जिसने योग-आयोग की स्थापना की है। मुख्यमंत्री खट्टर ने पेड़ों को प्राण वायु देवता बताया और कहा कि हरियाणा में करीब 35 सौ पेड़ ऐसे हैं जिनकी आयु 75 वर्ष से अधिक हो चुकी है। इन पेड़ों की देखरेख के लिए हरियाणा सरकार ने वृक्ष पेंशन योजना शुरू की है।
सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने कहा कि काउंटडाउन के सौ दिनों के कार्यक्रमों को सिक्किम न सिर्फ अपने राज्य में करायेगा जिसका असर हमारे पड़ोसी नेपाल, भूटान, बांगलादेश आदि में भी होगा। उन्होंने कहा कि भारत को पूरे विश्व में योग के नेतृत्व के रूप में स्वीकार कर लिया गया है। योग मानव को प्रकृति से जोड़ता है और इसीलिए सिक्किम राज्य में जैव विविधता संरक्षण पर जोर दिया जा रहा है।
आयुष सचिव पद्मश्री राजेश कोटेचा ने एम्स दिल्ली के एक अध्ययन का हवाला देते हुए बताया कि संपूर्ण स्वास्थ्य में योग का महत्व साबित हो चुका है। जिम जाने वाले और योग का अभ्याय करने वालों के बीच के तुलनात्मक अध्ययन में सामने आया कि योग का अभ्यास करने वालों में सतो गुण और जिम जाने वालों में रजो गुण तथा तमोगुण की अधिकता देखी गई है।
इससे पूर्व अतिथियों का स्वागत करते हुए आयोजक मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान के निदेशक डॉ. ईश्वर वी. बसवरेड्डी ने बताया कि सौ दिन की काउंटनडाउन यात्रा में सौ शहरों में सौ से अधिक योग से जुड़ी संस्थाएं योग के विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करेंगी और आईडीवाई 21 जून को 75 ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक स्थलों पर योग के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। आईडीवाई में केंद्रीय विदेश मंत्रालय सहित अन्य कई मंत्रालय सीधा सहयोग कर रहे हैं। यह आयोजन योग को विश्व का सबसे बड़ा अभियान बनाने की कोशिश है। इससे पहले चारों केंद्रीय मंत्रियों और दो राज्य के मुख्यमंत्रियों व अन्य विशिष्ट अतिथियों ने दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में सिक्किम सरकार के पर्यटन कैबिनेट मंत्री बीएस पंथ, आयुष के विशेष सचिव प्रमोद कुमार पाठक, आयुष निदेशक विक्रम सहित अन्य कई योग गुरु, अधिकारी एवं विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे। उद्धाटन समारोह के अंत में दो तकनीकी सत्र भी हुए, जिसमें योग के विशेषज्ञों ने अपने विचार प्रकट किये।