भारत ने दावोस में हर परिस्थिति के अनुकूल वैश्विक अर्थव्यवस्था और पसंदीदा निवेश गंतव्य के रूप में अपनी स्थिति को सशक्त किया

15 जनवरी से 19 जनवरी 2024 तक स्विट्जरलैंड के दावोस में आयोजित हो रही 54वीं विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की वार्षिक बैठक दमदार कहानी सामने लाता है। भारत व्यापक विषय ‘बिल्डिंग ट्रस्ट’ के तहत चर्चा और संवाद का दावा करता है। विश्व आर्थिक मंच की चुनी गई कार्य योजनाएं भारत के दृष्टिकोण जैसे विकास, कार्बन तटस्थता, स्थिरता, मजबूत अर्थव्यवस्था और ‘वसुधैव कुटुंबकम : द वर्ल्ड इज वन फैमिली(विश्व एक परिवार है)’ की अवधारणा से मेल खाती हैं। इसे भारत ने जी20 की अध्यक्षता के दौरान अपना समर्थन दिया था। दावोस में भारत की उपस्थिति हर परिस्थिति के अनुकूल वैश्विक अर्थव्यवस्था और पसंदीदा निवेश स्थान के रूप में इसकी स्थिति को सशक्त करती है।

विश्व आर्थिक मंच की बैठक में प्रतिनिधित्व करने वाले भारत सरकार के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी करेंगी। उनके साथ पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस, आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी, रेल, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के डीपीआईआईटी के सचिव श्री आर.के. सिंह हैं। विश्व आर्थिक मंच के विभिन्न सत्रों में प्रतिनिधिमंडल अन्य वैश्विक राजनीतिक और व्यापारिक लीडर्स की उपस्थिति में शिक्षा, जैव ईंधन, लिंग अंतर, नवीकरणीय, सेमीकंडक्टर और विनिर्माण के विषयों पर अपने विचार रखेगा।

विश्व आर्थिक मंच में भारत की प्रभावशाली उपस्थिति चार अलग-अलग स्थानों को सुरक्षित कर चिह्नित की गई है। इनमें से प्रत्येक भारत के अवसरों को सामने लाने और वैश्विक निवेशकों के सामने अपनी विकास गाथा रखने को समर्पित है :

• इंडिया एंगेजमेंट सेंटर : यह लाउंज (कक्ष) भारत की विकास गाथा को सामने लाएगा। इसमें डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे, जीवंत स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र और बढ़ते ऊर्जा क्षेत्र का प्रदर्शन किया जाएगा। वैश्विक स्तर के महत्वपूर्ण स्तंभों पर सीधी बातचीत संवाद को समृद्ध करेगी।

• एक्सपीरियंस इंडिया सेंटर : यह लाउंज नए भारत द्वारा संचालित तकनीकी में उछाल, इसकी जीवंत संस्कृति के साथ स्थिरता और समावेशिता की प्रतिबद्धताओं का अनावरण करेगा।

•इंडिया इन्वेस्टमेंट सेंटर: यह सरकार-से-व्यवसाय (जी2बी) और व्यवसाय-से-व्यवसाय (बी2बी) नेटवर्किंग के केंद्र के रूप में काम करेगा, महत्वपूर्ण विषयों पर गोलमेज सम्मेलन, सत्र और पैनल की मेजबानी करेगा।

• वी लीड लाउंज : इस वर्ष एक समर्पित जेंडर लाउंज ‘वी लीड लाउंज’ जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी, वित्तीय समावेशन और डिजिटल जेंडर अंतर को पाटने पर ध्यान केंद्रित करेगा।

भारतीय केंद्रों पर पहले दिन की शुरुआत ‘सीमाओं से परे : विश्व मंच पर भारत का प्रभाव’ विषय पर दमदार पैनल चर्चा के साथ हुई। आधारशिला कार्यक्रम के रूप में आयोजित इस पैनल ने वैश्विक परिदृश्य में भारत की उभरती भूमिका पर प्रकाश डाला। इन्वेस्ट इंडिया के सहयोग से पीएचडीसीसीआई ने इस पैनल का आयोजन किया, जिसने वैश्विक मंच पर भारत के योगदान और प्रभाव की व्यापक खोज की, जो भौगोलिक सीमाओं से परे होने की अंतर्दृष्टि प्रदान करता है।

इंडिया एंगेजमेंट सेंटर ने महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी के साथ-साथ पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस, आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के डीपीआईआईटी के सचिव श्री आर.के. सिंह की उपस्थिति में भारतीय प्रतिनिधिमंडल की ब्रीफिंग की मेजबानी की। इस ब्रीफिंग में विश्व आर्थिक मंच 2024 में भाग लेने के लिए दावोस में मौजूद भारतीय व्यापार जगत के लीडर्स और उद्योग मंडलों ने भाग लिया। सार्थक संवादों और पहलों के लिए इंडिया सेंटर मुख्य स्रोत के रूप में काम करता है, जो अंतरराष्ट्रीय मोर्चों पर सहयोग व व्यापार को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में अपनी भूमिका को मजबूत करता है।

विश्व आर्थिक मंच में 5 दिनों की अवधि में कुल 21 सत्र आयोजित किए जाएंगे। भारत अपने अवसरों का प्रदर्शन करेगा और विनिर्माण, प्रौद्योगिकी, लिंग आधारित प्रभाव, स्थिरता, गतिशीलता, स्टार्टअप, हेल्थकेयर, एआई आदि पर चर्चा के लिए दरवाजे खोलेगा। इंडिया लाउंज के साथ मिलकर विश्व आर्थिक मंच में पांच राज्य लाउंज की स्थापना भारत की समेकित और प्रमुख भूमिका को रेखांकित करती है, जो वैश्विक स्तर पर सहयोग और चर्चा को बढ़ावा देती है। इन 5 राज्यों में कर्नाटक, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश शामिल हैं। भारतीय व्यापार प्रतिनिधियों की संख्या 80 से अधिक है और कुछ भारतीय कंपनियों ने दावोस में लाउंज के माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। सीआईआई भारत की विकास गाथा के विभिन्न पहलुओं और बी20 में भारत के सफल नेतृत्व को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करते हुए सत्रों और मीडिया पैनलों की श्रृंखला का आयोजन करेगा। इसके अलावा पीएचडीसीसीआई भारत में अवसरों का प्रतिनिधित्व करने वाले विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों को प्रदर्शित करने के लिए भी सक्रिय रूप से भाग ले रहा है।