इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने दुबई एक्सपो-2020 में कहा- भारत, कुशल श्रम शक्ति में दुनिया का अग्रणी भागीदार होगा
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री और कौशल विकास तथा उद्यमिता राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि भारत सभी क्षेत्रों में कुशल श्रमशक्ति उपलब्ध कराने की दिशा में विश्व में अग्रणी देश होगा।
दुबई में एक्सपो-2020 के भारत पैवेलियन के अपने दौरे के दौरान उन्होंने कहा, “भारत मध्य पूर्व के देशों, संयुक्त अरब अमीरात और दुनिया भर के अन्य देशों के लिए एक विश्वसनीय, उच्च योग्य और कुशल श्रम शक्ति और उद्यमी उपलब्ध कराने में अग्रणी भागीदार हो सकता है जो विश्व अर्थव्यवस्थाओं के भविष्य को आकार दे सकता है।”
भारत- संयुक्त अरब अमीरात संबंधों पर बात करते हुए, चंद्रशेखर ने कहा, “भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच सभी क्षेत्रों में मजबूत व्यापार और निवेश संबंध हैं। दुनिया भर में आर्थिक समृद्धि लाने और लोगों के लिए अवसर पैदा करने के लिए दोनों देशों के बीच आपसी संबंधों में, विशेष रूप से कोविड महामारी के बाद के युग में वृद्धि होगी और यह सम्बन्ध प्रगाढ़ होकर और मजबूत होंगे।”
एक्सपो में इंडिया पवेलियन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए, चंद्रशेखर ने कहा, “पवेलियन अपने नागरिकों के लिए अवसर पैदा करने और भविष्य की एक बेहतर, शांतिपूर्ण और समृद्ध दुनिया बनाने के लिए अन्य देशों के साथ सहयोग करने के लिए भारत की बढ़ती महत्वाकांक्षाओं और आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करता है। यह पवेलियन, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की कल्पना के अनुरूप नए और स्वावलम्बी भारत (आत्मनिर्भर भारत) में सभी के लिए अवसर और समृद्धि के लिए निर्देशित है।”
वैश्विक निवेशक समुदाय को अपने संदेश में, चंद्रशेखर ने कहा, “कोविड महामारी ने भारत के लचीलेपन और क्षमताओं – इसके उद्यमियों, सरकार और युवा आबादी को दुनिया के सामने ला दिया है। आगे बढ़ते हुए, भारत की महत्वाकांक्षा दुनिया भर में आर्थिक समृद्धि और विकास को बढ़ावा देने वाला एक मजबूत भागीदार देश बनना है। हम मध्य पूर्व और दुनिया भर के सभी निवेशकों को नए भारत की आर्थिक समृद्धि का हिस्सा बनने और वैश्विक अर्थव्यवस्था के पुनरुत्थान, विकास और पुनरुद्धार का गवाह बनने के लिए आमंत्रित करते हैं।”
माननीय इलेक्ट्रॉनिक्स, आईटी, कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री ने भी दुबई में एक्सपो-2020 में जर्मनी और यूएसए पैवेलियन का भी दौरा किया।