भारत सरकार ने ब्लॉगर कार्ल रॉक को किया ब्लैकलिस्ट, टूरिस्ट वीजा पर बिजनेस करने का आरोप

न्यूजीलैंड मूल के व्लॉगर कार्ल रॉक को भारत सरकार ने बड़ा झटका दिया है। कई वीजा मानदंडों का उल्लंघन करने के आरोप में भारत सरकार ने उन्हें ब्लैकलिस्ट कर दिया है। आरोप है कि व्लॉगर कार्ल रॉक को टूरिस्ट वीजा पर बिजनेस कर रहे थे जिसके बाद उन्हें एक साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है और उनका वीजा भी कैंसल कर दिया गया है। ये जानकारी न्यूज एजेंसी एएनआई को एमएचए अधिकारी ने दी।

इससे पहले व्लॉगर ने दावा किया था कि दुबई और पाकिस्तान की यात्रा करने के लिए उन्होंने भारत छोड़ा था। उन्हें भारत छोड़ते ही बिना कोई कारण बताए सरकार ने ब्लैकलिस्ट कर दिया। कार्ल रॉक का कहना है कि सरकार ने ब्लैक लिस्ट करके उनकी पत्नी मनीषा मलिक और उनकी परिवार से अलग कर दिया है जो हरियाणा की रहने वाली हैं। न्यूजीलैंड के प्रधान मंत्री जैसिंडा अर्डर्न को संबोधित एक ट्वीट में, रॉक ने अपने “संघर्ष” और इस संबंध में शुरू की गई एक याचिका की तरफ ध्यान खींचने के लिए वरिष्ठ राजनयिकों, पत्रकारों के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आधिकारिक हैंडल को भी टैग किया है।

बता दें कि यूट्यूबर कार्ल रॉक मूल से न्यूजीलैंड के रहने वाले हैं और उनकी शादी भारत में हरियाणा की रहने वाली मनीष मलिक से हुई है। इसी वजह से कार्ल रॉक भारत और न्यूजीलैंड के बीच दौरा करते रहते हैं।

उन्होंने हाल ही में अपने YouTube चैनल से एक विडियो पोस्ट किया। इस वीडियो में यह दावा करते दिख रहे हैं कि उन्होंने अपनी पत्नी से “269 दिनों” से नहीं देखा है।

रॉक ने एक ऑनलाइन याचिका भी शुरू की है

रॉक, जिनकी कभी केजरीवाल ने कोरोनोवायरस बीमारी (कोविड -19) से ठीक होने पर प्लाज्मा दान करने के लिए प्रशंसा की थी, ने एक ऑनलाइन याचिका भी शुरू की जिसमें उन्होंने भारत सरकार पर आरोप लगाया है उन्हें गलत तरीके ब्लैकलिस्ट कर भारत लौटने से रोका गया है।