महिलाओं की जनभागीदारी से झाबुआ की बदली कृषि की तस्वीर
भारत सरकार कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय एवं ट्रांसफार्म रूरल इंडिया फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में कृषि विज्ञान केंद्र झाबुआ के सभागार में प्रगतिशील महिला किसानों की संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें श्री संजीव कुमार इंग्ले, संयुक्त निदेशक, कृषि विस्तार, कृषि मंत्रालय, नई दिल्ली, डॉ. आई. एस. तोमर, सह निदेशक, कृषि अनुसंधान केंद्र झाबुआ, श्री नगीन सिंह रावत, उप संचालक, कृषि किसान कल्याण विभाग झाबुआ, श्री देवेंद्र श्रीवास्तव, जिला प्रबंधक, NRLM, श्री जी. एस. त्रिवेदी, परियोजना संचालक, आत्मा, श्री सचिन साकल्ले, TRIF संस्था प्रतिनिधि, श्री बल्लू सिंह चौहान उद्यानिकी विभाग झाबुआ कार्यक्रम में सामिल हुए। साथ ही लगभग 200 महिला कृषि उद्यमी एवं प्रगतिशील किसान उपस्थित रहे।
G20 का मुख्य उद्देश्य वसुधैव कुटुंबकम one earth one family one future जिसके माध्यम से वैश्विक एकता की बात को प्रोत्साहित करना तथा कृषि के क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने हेतु कृषि में हो रहे नवाचार का व्यापक रूप से प्रचार करना है। जैसे कृषि के क्षेत्र में आधुनिक तंत्र ज्ञान, स्मार्ट एग्रीकल्चर, डिजिटाइजेशन, वेल्यु एडिशन, प्रोसेसिंग, ग्रेडिंग एवं पैकेजिंग इत्यादि का प्रशिक्षण और क्षेत्र प्रदर्शन द्वारा जानकारी प्रदान करना है। G20 के मुख्य उद्देश्य को आगे बढ़ाते हुए आज झाबुआ के कृषि विज्ञान केंद्र में खेती में सर्वोत्तम प्रथाएं एवं जैविक खेती पर महिला कृषि उद्यमियों एवं प्रगतिशील किसानों की संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर श्री इंग्ले ने अपने वक्तव्य में कृषि से संबंधित विभिन्न योजनाओं के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि महिला किसान कृषि में हो रहे बदलाव को अपनाकर खेती में उसका उपयोग करें और कृषि एवं कृषि आधारित अन्य उद्यमों को योजना के अंतर्गत प्रशिक्षण लेकर समूह तथा समूह में भागीदार महिलाओं की आय बढ़ाने में मदद करें। उन्होंने कहा कि कृषि विज्ञान केंद्र के ज्ञान से सभी लोगों को लाभ होगा। किसानों के लिए सभी विभाग आपसी सहयोग से काम कर रहे हैं और उनके लिए योजनाएं बनाते हैं।
इस अवसर पर डॉ. तोमर ने कहा कि कोरोना ने हमें बहुत सीख दी है। कृषि का क्ष्रेत्र बहुत बड़ा है यदि कोई इसमें उद्यमी बनना चाहता है तो इसमें बहुत बढ़ा अवसर है। कई कंपनियां आपके उत्पाद को मार्केट में बेच रही हैं। उत्पादन बढ़ाना हमारा मुख्य उद्देश्य है। सभी लोग कृषि विज्ञान केंद्र आएं और इसका लाभ लें। यहां पर कई प्रकार के प्रशिक्षण चलाये जा रहे हैं जिनमें आप भागीदारी कर लाभ ले सकते हैं।
इस अवसर पर रावत जी ने कहा कि झाबुआ में काफी विभिन्नताएं देखने को मिलती है। हमें प्रकृति में मौजूद संसाधनों का खेती में उपयोग करना है। छोटे छोटे क्षेत्र में प्रयास करके हमें आगे बढ़ना है और जैविक खेती को बढ़ावा देना है। समूह को आगे ले जाने में सामूहिक प्रयास करें और सरकार की योजनाओं का लाभ लें। इस अवसर पर जी एस त्रिवेदी के कहा कि G20, 20 देशों का समूह है जो आपसी सहयोग से प्रगति कर रहे हैं। ठीक उसी प्रकार से महिलाएं समूह बनाकर और आपसी सहयोग कर आगे बढ़े। खेती में आधुनिक तकनीक का उपयोग करें। हमें सभी संसाधनों के बीच संतुलन बनाना है ताकि हम उनका सही तरीके से उपयोग कर सकें। उन्होंने आत्मा परियोजना की जानकरी दी।
देवेंद्र जी ने NRLM के माध्यम से संचालित विभिन्न योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर उद्यानकी विभाग के बल्लू सिंह चौहान ने उद्यानिकी विभग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर महिला कृषक झीता झोडिया, तारशीला भूरिया, संगीता बसिड, शांता सिंगार, गंगा बाई, जमुना देवी ने अपने अनुभव साझा किए। सचिन साकल्ले ने स्वागत उद्बोधन एवं कार्यक्रम के अंत में सभी को आभार ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन अजय गहलोत ने किया।