जेल से रिहा हुआ कालीचरण, महात्मा गांधी पर की थी आपत्तिजनक टिप्पणी; कहा- अपने शब्‍दों पर नहीं है पछतावा

महात्मा गांधी पर अभद्र टिप्पणी करने के मामले में फंसे कालीचरण को 94 दिनों के बाद रायपुर की जेल से मंगलवार को रिहा कर दिया गया है। जेल के बाहर कालीचरण के समर्थक बड़ी संख्या में मौजूद थे। रिहा होते ही वहां से वह मंगलवार रात करीब साढ़े आठ बजे ऐरोप्लेन से इंदौर आया जिसके बाद एयरपोर्ट पर मौजूद उनके समर्थकों ने उनका स्वागत किया।

इंदौर पहुंचकर कालीचरण ने कहा कि ‘मैं काली माता का भक्त हूं और काली माता का कार्यकर्ता रहूंगा।’ इसके बाद महात्मा गांधी पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के बारे में उन्होंने कहा कि ‘मुझे अपनी कही गई बातों पर कोई पछतावा नहीं है। इस देश में कलियुग में सच बोलना ही सजा है।’ एयरपोर्ट से निकलने के बाद कालीचरण ने विजय नगर स्थित काली मंदिर में पूजा की। बता दें कि कालीचरण के खिलाफ सिर्फ रायपुर ही नहीं बल्कि अकोला, पुणे और ठाणे में भी शिकायत दर्ज किए गए थे।

मालूम हो कि टिकरापारा क्षेत्र में 25 और 26 दिसंबर को दो दिवसीय धर्म संसद का आयोजन किया गया था। इस दौरान कालीचरण ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। जिसके बाद कालीचरण पर टिकरापारा थाने में शिकायत दर्ज करायी गयी। पमामला दर्ज होने के बाद कालीचरण वहां से भाग गया, जिसे रायपुर पुलिस ने 30 दिसंबर को खजुराहो से गिरफ्तार कर लिया था। 1 अप्रैल को कालीचरण को हाईकोर्ट से जमानत मिल गई थी, लेकिन दस्तावेजों की वजह से रिहाई टाल दी गई थी।