केरल: बीमारी ज़ीका वायरस के 13 केस, क्या है ये ?
देश में करोना के साथ-साथ अब एक नई बिमारी और शुरू हो गयी है , जिसका नाम ज़ीका वायरस है।
गुरूवार को ज़ीका वायरस का पहला मामला केरल में एक गर्भवती महिला में पाया गया। वह 24 साल की है और उन्होंने 7 जुलाई को बच्चे को जन्म दिया था।
स्वास्थ्य मंत्रालय वीणा जॉर्ज ने बताया तिरुवंतपुरम के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ विरोलॉजी में 19 लोगों के सैंपल, जिसमे से 13 लोग संक्रमण मिले। वे सभी डॉक्टर्स एंड हेल्थ कर्मी है।
ज़ीका वायरस एडीज मच्छर के काटने से फैलता है। एडीज मच्छर दिन के समय क्रियात्मक होते है और इसके लक्षण 3-14 दिनों तक होता है। पहली बार 1947 में युगांडा में बंदरो में पाया था जिसके पांच साल बाद इंसानों में पाया गया था। यह वायरस एशिया, अफ्रीका, अमेरिका,पैसिफिक आइलैंड में पाया जा चुका है।
इसके लक्षण ज्यादा नहीं है लेकिन लोगो को बुखार, सरदर्द, जोड़ो में दर्द की शिकायते सामने आई है। इसके और भी लक्षण है जेसे आखों का लाल होना, गले में खराश होना भी है
गर्भवती महिला का घर तिरुवंतपुरम की सीमा के पास है जिन्होंने बच्चे को जन्म दिया था। उनका निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। उन्हें सरदर्द, बुखार, शरीर में लाल निशान पढ़ने की वजह से 28 जून को असपताल में भर्ती कराया गया। कई जांच के बाद ज़ीका वायरस का पता लगा है।
ज़ीका वायरस से बचाव करने के लिए मच्छरों से कटने से बचे , पूरी बाजु के कपडे पहने, मच्छरदानी का इस्तेमाल करे , इक्कठे पानी को फेंके और इक्कठा न होने दे। इस सबको अभ्यास करने से बच पाएंगे।