लीजेंड धावक मिल्खा सिंह की तबियत बिगड़ी, पीएम मोदी ने जाना हाल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कोरोना संक्रमित पूर्व भारतीय लीजेंड स्प्रिंटर मिल्खा सिंह से बातचीत की और उनसे स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली।
पीएम ने उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की और उम्मीद जताई कि वह जल्द ही वापस आकर टोक्यो ओलंपिक में भाग लेने वाले एथलीटों को प्रेरित करेंगे।
20 नवंबर 1929 को गोविंदपुरा (जो अब पाकिस्तान का हिस्सा है) के एक सिख परिवार में मिल्खा सिंह का जन्म हुआ था। खेल और देश से बहुत लगाव था, इस वजह से विभाजन के बाद भारत भाग आए और भारतीय सेना में शामिल हो गए। कुछ वक्त सेना में रहे लेकिन खेल की तरफ झुकाव होने की वजह से उन्होंने क्रॉस कंट्री दौड़ में हिस्सा लिया। इसमें 400 से ज्यादा सैनिकों ने दौड़ लगाई। मिल्खा 6वें नंबर पर आए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व भारतीय धावक मिल्खा सिंह से बातकर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। पीएम ने उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की और उम्मीद जताई कि वह जल्द ही वापस आकर टोक्यो ओलंपिक में भाग लेने वाले एथलीटों को प्रेरित करेंगे।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 4, 2021
1956 में मेलबर्न में आयोजित ओलिंपिक खेल में भाग लिया। कुछ खास नहीं कर पाए, लेकिन आगे की स्पर्धाओं के रास्ते खोल दिए। 1958 में कटक में आयोजित नेशनल गेम्स में 200 और 400 मीटर में कई रिकॉर्ड बनाए। इसी साल टोक्यो में आयोजित एशियाई खेलों में 200 मीटर, 400 मीटर की स्पर्धाओं और राष्ट्रमंडल में 400 मीटर की रेस में स्वर्ण पदक जीते। उनकी सफलता को देखते हुए, भारत सरकार ने पद्मश्री से सम्मानित किया।