मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दीर्घायु जीवन के लिए किया महामृत्युंजय जाप
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लंबे जीवन की कामना करते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महामृत्युंजय जाप किया है। गुरुवार को भोपाल के गुफा वाले मंदिर में कई नेताओं के साथ शिवराज सिंह चौहान पहुंचे और वहां जाप किया। बात दें, इससे पहले उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा था कि पीएम की सुरक्षा में चूक की घटना बेहद गंभीर है और पंजाब सरकार इसके लिए जिम्मेदार है। वहीं गृह मंत्री अमित शाह, स्मृति ईरानी समेत कई नेताओं ने इसे लेकर हमला बोला है और जन-जन तक इस मुद्दे को भाजपा पहुंचाने की कोशिश में जुटी है।
एक तरफ जहाँ शिवराज सिंह चौहान ने मंदिर में जाप किया तो वहीं दूसरी तरफ मध्य प्रदेश के और भी तमाम मंदिरों में यह आयोजन होना है। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और मंत्री मोहन यादव ने भी महाकाल मंदिर में महामृत्युंजय जाप किया है। सभी जिलों में मशाल जुलूस भी आयोजित किए जा रहे हैं। इधर, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पीएम की सुरक्षा में चूक पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से स्पष्टीकरण देने की मांग कर दी है। भाजपा का महिला मोर्चा प्रदेश के हर जिले में महामृत्युंजय जाप करेगा। सुरक्षा में चूक को लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर हमला तेज कर दिया है। एक तरफ पार्टी ने कांग्रेस पर हमला बोला है तो वहीं नेता महामृत्युंजय जाप में हिस्सा लेकर सहानुभूति हासिल करने की कोशिश करते दिख रहे हैं।
Madhya Pradesh Chief Minister Shivraj Singh Chouhan performs special prayers for the long life of Prime Minister Narendra Modi at the Gufa temple in Bhopal pic.twitter.com/FHphfxhE4Y
— ANI (@ANI) January 6, 2022
बीते दिन पंजाब में हुई घटना के बाद से देश भर में राजनीतिक माहौल गरम है। माना जा रहा है कि 5 राज्यों के चुनाव से ठीक पहले हुई यह घटना यदि राजनीतिक मुद्दा बनती है तो फिर पंजाब ही नहीं बल्कि देश के कई राज्यों में भी कांग्रेस को नुकसान हो सकता है। अब तक कांग्रेस लीडरशिप इस मुद्दे पर कुछ भी बोलने से बचती हुई दिखी है। इतना ही नहीं नवजोत सिंह सिद्धू भी अब तक चुप हैं, जो किसी भी मुद्दे पर बेबाकी से बोलने के लिए जाने जाते हैं। इससे साफ है कि कांग्रेस इस मामले को लेकर कितनी सतर्कता बरत रही है और भाजपा को किसी भी तरह की सहानुभूति लेने का मौका नहीं देना चाहती।