मध्यप्रदेश : बच्चों में तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए सीएम ने लिए अहम फैसले
मध्यप्रदेश : मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इन सारी बातों को ध्यान में रखते हुए विद्यालयों को अभी नहीं खुलने का निर्णय लिया है। और इस साल ट्यूशन फीस भी नहीं बढ़ाने का आदेश दिया है।
सीएम शिवराज ने शैक्षणिक पाठ्यक्रमों में से उन भाग को हटाने का निर्देश दिया है जिसमे जिसमे महिलाओं को कमतर दिखाया जा रहा है। पाठ्यक्रमों को ऑडिट कर के जेंडर न्यूट्रल बनाने के आदेश दिए है।
शिवराज ने कहा कि महिला अधिकारीयों-कर्मचारियों के पद के नाम में भी समानता होनी चाहिए। जैसे शिक्षिका के स्थान पर शिक्षक और प्राचार्या के स्थान पर प्राचार्य आदि पदनाम का उपयोग करना चाहिए।
कोरोना महामारी में अनाथ हुए बच्चों की जिम्मेद्दारी भी राज्य सरकार उठाएगी। महिलाओं को वाहन चालक, टूर ऑपरेटर और ट्रेवल गाइड जैसे क्षेत्रों में प्रशिक्षण देने के निर्देश दिए है।
शिवराज सिंह चौहान ने आंगनवाड़ियों और मिड-डे मील में अत्यधिक मात्रा में अनाज को शामिल करने के निर्देश दिए है, और साथ ही शासकीय, निजी स्कूल और आगनवाड़ी केंद्रों पर प्रत्येक तीन महीने में बच्चों का पोषण स्तर और खून की जांच करने के भी निर्देश दिए है।