मध्य प्रदेश: पीएम मोदी ने अन्न योजना के लाभार्थियों से की बात, बोले-पूरी मानवता पर 100 साल में सबसे बड़ी आपदा आई
मध्य प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना कार्यक्रम में हिस्सा लिया। मध्य प्रदेश में आज का दिन प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। पीएम मोदी ने अन्न योजना के लाभार्थियों के साथ बातचीत की। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहे।
पीएम मोदी ने लाभार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अंतर्गत मध्य प्रदेश में आज करीब 5 करोड़ लाभार्थियों को अन्न वितरण करने का अभियान चल रहा है। पीएम ने कहा कि कोरोना जब से शुरू हुआ तब से देश के 80 करोड़ से ज़्यादा गरीबों के घरों में मुफ्त राशन पहुंचाया जा रहा है।
पीएम मोदी ने मध्य प्रदेश में भारी बारिश और बाढ़ की स्थिति पर दुख जताते हुए कहा कि ये दुखद है कि मध्य प्रदेश में अनेक जिलों में बारिश और बाढ़ की परिस्थितियां बनी हुई हैं। अनेक साथियों के जीवन और आजीविका दोनों प्रभावित हुई है। भारत सरकार और पूरा देश मुश्किल की इस घड़ी में मध्य प्रदेश के साथ खड़ा है।
ये दुखद है कि मध्य प्रदेश में अनेक जिलों में बारिश और बाढ़ की परिस्थितियां बनी हुई हैं। अनेक साथियों के जीवन और आजीविका दोनों प्रभावित हुई है। मुश्किल की इस घड़ी में भारत सरकार और पूरा देश, मध्य प्रदेश के साथ खड़ा है: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी pic.twitter.com/w1brTrQljL
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 7, 2021
पीएम मोदी ने कहा कि आपदा कोई भी हो, उसका असर बहुत व्यापक और दूरगामी होता है। कोरोना के कारण पूरी मानवता पर 100 साल में सबसे बड़ी आपदा आई है, दुनिया के किसी देश ने पिछले 100 साल में ऐसी आपदा नहीं देखी। कोरोना से उपजे संकट से निपटने के लिए भारत ने अपनी रणनीति में गरीब को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना हो या फिर प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार योजना पहले दिन से ही गरीबों और श्रमिकों के भोजन और रोजगार की चिंता की गई है।
आगे पीएम मोदी ने कहा कि अगर आज सरकार की योजनाएं ज़मीन पर तेज़ी से पहुंच रही हैं, इसके पीछे सरकार के कामकाज में आया परिवर्तन है। पहले की सरकारी व्यवस्था में एक विकृति थी। वो गरीब के बारे में सवाल भी खुद पूछते थे और जवाब भी खुद ही देते थे। जिस तक लाभ पहुंचाना है, उसके बारे में पहले सोचा ही नहीं जाता था।
आज अगर सरकार की योजनाएं ज़मीन पर तेज़ी से पहुंच रही हैं, इसके पीछे सरकार के कामकाज में आया परिवर्तन है। पहले की सरकारी व्यवस्था में एक विकृति थी। वो गरीब के बारे में सवाल भी खुद पूछते थे और जवाब भी खुद ही देते थे। जिस तक लाभ पहुंचाना है, उसके बारे में पहले सोचा ही नहीं जाता था:PM pic.twitter.com/DKL1kc2TKJ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 7, 2021