एमएनआरई जी20 तीसरे ऊर्जा रूपांतरण कार्य समूह बैठक के दौरान ‘नवीन एवं उभरती ऊर्जा प्रौद्योगिकियों के लिए निम्न लागत वित्त’ कार्यक्रम का आयोजन करेगा
नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) कल, 15 मई 2023 को जी20 तीसरे ऊर्जा रूपांतरण कार्य समूह (ईटीडब्ल्यूजी) बैठक के दौरान ‘नवीन एवं उभरती ऊर्जा प्रौद्योगिकियों के लिए निम्न लागत वित्त’ पर एक कार्यक्रम का आयोजन करेगा। इस कार्यक्रम का आयोजन महाराष्ट्र के मुंबई स्थित जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में भारतीय नवीकरणीय ऊर्जा विकास एजेंसी (इरेडा) की साझीदारी में एवं ज्ञान साझीदार के रूप में अंतर्राष्ट्रीय नवीकरणीय ऊर्जा एजेंसी (इरेना) के साथ किया जा रहा है।
इस कार्यक्रम में नीति निर्माताओं, प्रौद्योगिकी डेवेलपरों, अंतर्राष्ट्रीय एवं घरेलू वित्तीय संस्थानों, विकास बैंकों, उद्योग से जुड़ी कंपनियों, शिक्षा क्षेत्र एवं अन्य प्रमुख हितधारकों की सक्रिय भागीदारी देखे जाने की उम्मीद है। सत्रों में उभरती महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों- हाइड्रोजन, ऑफशोर विंड, एनर्जी स्टोरेज एवं कार्बन कैप्चर यूटिलाइजेशन एंड स्टोरेज (सीसीयूएस) के भविष्य के मार्ग पर आधारित ऊर्जा रूपांतरण के लिए निम्न लागत वित्त पोषण के अनुमान पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
भारत की जी20 अध्यक्षता के तहत एमएनआरई के सहयोग से इरेना द्वारा तैयार ‘ऊर्जा रूपांतरण के लिए निम्न लागत वित्त पोषण’ रिपोर्ट का अनावरण भी जी20 ईटीडब्ल्यूजी कार्यक्रम के दौरान किया जाएगा। इस रिपोर्ट में जी20 देशों में और उससे आगे निम्न लागत पूंजी की उपलब्धता बढ़ाने के लिए एक व्यापक टूलबॉक्स उपलब्ध कराया गया है।
उद्घाटन सत्र में नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के सचिव श्री भूपिन्दर सिंह भल्ला, ईटीडब्ल्यूजी के अध्यक्ष एवं बिजली मंत्रालय के सचिव श्री आलोक कुमार, महाराष्ट्र सरकार के ऊर्जा मंत्रालय की प्रधान सचिव सुश्री आभा शुक्ला, इरेडा के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री प्रदीप कुमार दास तथा इरेना के उपमहानिदेशक सुश्री गौरी सिंह की उपस्थिति रहेगी।
संबंधित कार्यक्रम में दो पैनल चर्चाएं होंगी – पहले सत्र में नई एवं उभरती ऊर्जा प्रौद्योगिकियों पर पैनल चर्चा होगी जबकि दूसरे सत्र में निवेश जुटाने में अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों एवं विकास बैंकों की भूमिका पर पैनल चर्चा आयोजित की जाएगी।
इन उभरती महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों के विकास एवं तैनाती के लिए व्यापक अनुसंधान और विकास, मांग बाजारों के सृजन, नियामकीय परिदृश्य की विश्वसनीयता तथा सतत आधार पर निवेश आकर्षित करने के लिए दीर्घ अवधि प्रतिबद्धताओं की आवश्यकता होगी।
इरेडा के बारे में
भारतीय नवीकरणीय ऊर्जा विकास एजेंसी लिमिटेड (इरेडा) नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत एक मिनी रत्न (श्रेणी – 1) भारत सरकार उद्यम है। इरेडा 1987 में एक गैर बैंकिंग वित्तीय संस्थान के रूप में स्थापित एक सार्वजनिक लिमिटेड सरकारी कंपनी है जो ऊर्जा एवं ऊर्जा दक्षता/संरक्षण के नवीन एवं नवीकरणीय स्रोतों से संबंधित परियोजनाओं की स्थापना के लिए बढ़ावा देने, उन्हें विकसित करने और वित्तीय सहायता प्रदान करने से जुड़ी हुई है। इरेडा का मिशन ‘‘सतत विकास के लिए नवीकरणीय स्रोतों, ऊर्जा दक्षता एवं पर्यावरणगत प्रौद्योगिकियों से ऊर्जा उत्पादन में वित्त पोषण एवं स्व निर्भर निवेश को बढ़ावा देने के लिए एक अग्रणी, भागीदारी अनुकूल और प्रतिस्पर्धी सस्थान बनना है।”
इरेना के बारे में
अंतर्राष्ट्रीय नवीकरणीय ऊर्जा एजेंसी (इरेना) वैश्विक ऊर्जां रूपांतरण के लिए एक अग्रणी अंतरसरकारी एजेंसी है जो देशों को सतत ऊर्जा भविष्य में उनके रूपांतरण में सहायता करती है और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के लिए एक प्रधान मंच, उत्कृष्टता के एक केंद्र और नवीकरणीय ऊर्जा पर नीति, प्रौद्योगिकी, संसाधन और वित्तीय ज्ञान के एक भंडार के रूप में काम करती है। 168 सदस्यों (167 देशों एवं यूरोपीय संघ) तथा 16 अतिरिक्त देशों के शामिल होने की प्रक्रिया और सक्रिय भागीदारी के साथ, इरेना सतत विकास, ऊर्जा पहुंच, ऊर्जा सुरक्षा और निम्न-कार्बन आर्थिक विकास एवं समृद्धि की खोज में नवीकरणीय ऊर्जा के सभी रूपों को व्यापक तरीके से अपनाने और सतत उपयोग करने को बढ़ावा देती है।