सांसद नवनीत राणा को जमानत मिलने के बाद अस्पताल में भर्ती किया गया
महाराष्ट्र के अमरावती में सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा को कल यानी बुधवार के दिन विशेष अदालत से जमानत मिल गई थी लेकिन जमानत होने के बाद इनकी तत्काल रिहाई नहीं हो पाई। आज इन्हें भायखला जेल से रिहा किया गया और जमानत से रिहा होने के बाद नवनीत राणा को
लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इससे पहले भी नवनीत राणा को तबीयत खराब होने पर भायखला जेल से इलाज के लिए जेजे अस्पताल ले जाया गया था। बाद में शाम को उन्हें वापस जेल में लाया गया था।
क्या है पूरा मामला
सांसद नवनीत राणा और उनके पति विधायक रवि राणा ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास मातोश्री के बाहर 23 अप्रैल को हनुमान चालीसा का पाठ करने की घोषणा की थी। राणा दंपती ने प्रधानमंत्री की प्रस्तावित मुंबई यात्रा के कारण अपना कार्यक्रम स्थगित कर दिया था, लेकिन पुलिस ने उसी दिन राणा दंपती को गिरफ्तार कर लिया। बाद में उन पर राजद्रोह की धारा भी लगाई गई थी।
विशेष अदालत के जज आरएन रोकाडे ने दोनों को 50-50 हजार रुपये के निजी मुचलके पर जमानत दी है। दंपती से कहा गया है कि रिहाई के बाद वे साक्ष्यों से छेड़छाड़ नहीं करेंगे और जांच में सहयोग करेंगे। अदालत ने राणा दंपती को इस मामले में मीडिया से बात करने से मना करने के साथ कहा है कि वे इस तरह के किसी विवाद में वे फिर से शामिल नहीं होंगे।
राणा दंपती के वकीलों ने कहा कि जमानत से संबंधित आवश्यक दस्तावेज समय पर जेल नहीं पहुंच सके। इस वजह से बुधवार को रिहाई नहीं हो सकी। दंपती को गुरुवार को रिहा किया जा सकता है। जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान राणा दंपती के वकील ने कहा था कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र सरकार के प्रतिनिधि हैं। वह महाराष्ट्र सरकार नहीं हैं। उद्धव और उनकी पार्टी शिवसेना के खिलाफ टिप्पणी महाराष्ट्र सरकार को चुनौती देना नहीं है। सरकारी वकील ने जमानत का विरोध करते हुए कहा था कि दंपती ने सरकार को चुनौती देने और कानून व्यवस्था को बिगाड़ने की कोशिश की।