मुद्रा योजना ने अनगिनत भारतीयों को अपने उद्यमिता कौशल का प्रदर्शन करने और रोजगार का सृजनकर्ता बनने का अवसर प्रदान किया है: प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना ने अपनी शुरूआत के बाद से सात वर्षों में अनगिनत भारतीयों को अपने उद्यमिता कौशल का प्रदर्शन करने और रोजगार का सृजनकर्ता बनने का अवसर प्रदान किया है।

उन्होंने कहा कि इन सात वर्षों में मुद्रा योजना एक गेम चेंजर साबित हुई है और वह गरिमा के साथ-साथ समृद्धि बढ़ाने में भी सहायक रही है।

माईगवइंडिया के एक ट्वीट के जवाब में प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, “#FundingTheUnfunded के सिद्धांत द्वारा निर्देशित, मुद्रा योजना ने अनगिनत भारतीयों को अपने उद्यमिता कौशल का प्रदर्शन करने और रोजगार का सृजनकर्ता बनने का अवसर दिया है। आज जब हम #7YearsOfPMMY मना रहे हैं, यह योजना एक गेम चेंजर साबित हुई है और गरिमा के साथ-साथ समृद्धि बढ़ाने में भी सहायक रही है।”

https://twitter.com/narendramodi/status/1512318625759203331?s=20&t=dZrBs5XB5k6W9mqwZLznig

बता दें कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना द्वारा नया व्यवसाय शुरू करने या व्यवसाय बढ़ाने के लिए लोन दिया जाता है। केंद्र सरकार ने इस योजना को ऐसे छोटे कारोबारियों के लिए शुरू किया था, जिन्हें अन्य स्रोतों से लोन नहीं मिल पाता। इस योजना द्वारा 10 लाख रुपए तक का लोन दिया जाता है। इसकी शुरुआत 8 अप्रैल 2015 को हुई थी।

मुद्रा योजना के तीन प्रकार (शिशु लोन, किशोर लोन और तरुण लोन) हैं। शिशु लोन के तहत 50 हजार रुपए तक का कर्ज लिया जा सकता है। किशोर लोन के तहत 50 हजार से 5 लाख रुपए तक का लोन मिलता है। वहीं, तरुण लोन के तहत 5 लाख से 10 लाख रुपए तक का लोन मिलता है।