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राज्य मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह से मिले नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफियू रियो, जानिए किस मुद्दे पर हुई बात

नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफियो रियो ने केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह से मुलाकात की और विकास से लेकर अखिल भारतीय सेवाओं के अधिकारियों की नियुक्ति तक राज्य से संबंधित कई मसलों पर चर्चा की।

नेफियू रियो ने विकास को लेकर डॉ. जितेंद्र सिंह पूर्वोत्तर की गहरी दिलचस्पी और ध्यान देने की सराहना की और कहा कि राज्य के लोग हमेशा उन्हें राष्ट्रीय राजधानी में अपने दूत के रूप में देखते हैं जो उनसे जुड़ों मुद्दों में मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।

नागालैंड के मुख्यमंत्री ने नागालैंड में आईएएस अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति और नियुक्ति से संबंधित कुछ मुद्दों को डॉ. जितेंद्र सिंह के संज्ञान में लाया, जो कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (डीओपीएंडटी) के प्रभारी मंत्री भी हैं। इस संबंध में, डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा, वह विभाग से इन सभी मुद्दों पर विभाग को समुचित विचार करने और यह देखने को कहेंगे कि सबसे सर्वोत्तम क्या हो सकता है।

मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री से नागालैंड में परियोजनाओं के कुछ अन्य प्रस्तावों की प्रगति पर केंद्र सरकार के साथ अनुवर्ती कार्रवाई करने का भी अनुरोध किया। इस पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उनका कार्यालय इसका संज्ञान लेगा।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि मुख्य रूप से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पूर्वोत्तर को उच्च प्राथमिकता दिये जाने के कारण वहां आज चमत्कारी बदलाव आया है जिस पर विश्वास करना मुश्किल है और विकास के पूर्वोत्तर मॉडल का उल्लेख अब देश के अन्य हिस्सों में भी विकास मॉडल के रूप में किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्राथमिकता का सबसे महत्वपूर्ण उदाहरण इस तथ्य से स्पष्ट है कि कोविड महामारी से पहले प्रधानमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के पहले छह वर्षों में उन्होंने पूर्वोत्तर प्रांतों के 50 से अधिक दौरे किए थे, जिसमें नागालैंड राज्य का लगातार दौरा भी शामिल है। उन्होंने कहा कि यह पूर्व के सभी प्रधानमंत्रियों द्वारा पूर्वोत्तर राज्यों की कुल यात्राओं की संख्या से अधिक हो सकती है।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लगन और श्रमसाध्य रूप से पूर्वोत्तर में न सिर्फ सर्वांगीण विकास सुनिश्चित किया है बल्कि पूर्वोत्तर के लोगों को राष्ट्र निर्माण में भागीदारी की मुख्यधारा की भूमिका निभाने में सक्षम बनाया है।

इसका नतीजा यह है कि पूर्वोत्तर के युवा अब देश भर में, विशेष रूप से पर्यटन और विमानन उद्योग में अग्रणी भूमिका में दिखाई दे रहे हैं, जबकि देश के अन्य हिस्सों से युवा आजीविका और स्टार्टअप्स के नए रास्ते की तलाश में पूर्वोत्तर की ओर जा रहे हैं।