एनसीसी कैडेट उत्कृष्टता हासिल करने और राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के उद्देश्य से युवाओं के लिए आदर्श हैं: राष्ट्रीय कैडेट कोर के गणतंत्र दिवस शिविर 2024 में रक्षा सचिव के विचार
राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के कैडेट देश के युवाओं के लिए रोल मॉडल की भूमिका निभाते हैं, जो उन्हें अपने संबंधित क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल करने तथा राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के उद्देश्य को प्राप्त करने हेतु प्रेरित करते हैं। रक्षा सचिव श्री गिरिधर अरमाने ने दिल्ली कैंट में राष्ट्रीय कैडेट कोर के गणतंत्र दिवस शिविर में 17 जनवरी, 2024 को कैडेटों को संबोधित करते हुए ये विचार व्यक्त किये। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि एनसीसी अपने दर्शन एवं दृष्टिकोण के माध्यम से युवाओं को ऊर्जा प्रदान भी करती है और उन्हें बेहतर नागरिक के रूप में तैयार होने के लिए प्रशिक्षित करती है। रक्षा सचिव ने कहा कि एनसीसी के विस्तार का उद्देश्य देश भर में अधिक से अधिक युवाओं को सबसे बड़े वर्दीधारी युवा संगठन में शामिल होने और इससे मिलने वाले लाभों को सामने लाने के लिए प्रेरित करना है।
रक्षा सचिव ने युवाओं से मध्यमता का मार्ग छोड़ने तथा अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए उच्च लक्ष्य बनाए रखने का आह्वान किया, जिससे देश को और अधिक ऊंचाइयों तक ले जाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि बहुत सारी ऊर्जा वाले युवा जब सही दिशा में निर्देशित नहीं हो पाते हैं, तो वे अंततः असामाजिक गतिविधियों में शामिल होने लगते हैं। श्री गिरिधर अरमाने ने आग्रह किया कि युवाओं को उचित रूप से शिक्षित किया जाना चाहिए और उन्हें ऐसा कार्य दिया जाना चाहिए जो रचनात्मक हो तथा देश की अर्थव्यवस्था व समृद्धि में योगदान देने वाला हो। उन्होंने कहा कि इस उद्देश्य को हासिल करने के लिए एनसीसी कैडेट उनकी प्रेरणा बन सकते हैं।
गिरिधर अरमाने ने अपनी यात्रा के समय आयोजित हुए समारोह के दौरान एक मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी देखा, जिसमें एनसीसी कैडेटों द्वारा समूह नृत्य और बैले डांस प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम के माध्यम से देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रदर्शन भी किया गया। प्रस्तुति के जरिए कैडेटों द्वारा चित्रित विषयों में विविधता में एकता, भारतीय स्रोत की एकता, वैज्ञानिक गतिविधियां और अर्थव्यवस्था में हुए सुधार कार्यक्रम शामिल थे।
रक्षा सचिव ने 17 एनसीसी निदेशालयों द्वारा तैयार किए गए ‘फ्लैग एरिया’ का भी भ्रमण किया, जिसमें रेत मॉडल के माध्यम से दर्शाई गई विभिन्न सामाजिक जागरूकता वाली योजनाओं को प्रदर्शित किया गया था। उन्हें एनसीसी कैडेटों द्वारा ‘वेस्ट टू वेल्थ’ पर प्रारंभ की गई विभिन्न परियोजनाओं के बारे में भी जानकारी दी गई।