अगर सरकार जिद्दी है, तो हम उनसे कम नहीं : राकेश टिकैत
किसान आंदोलन का आज 14 वां दिन है। केंद्र के नए कृषि कानूनों (agriculture laws ) के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन लगातार चल रहा है। पंजाब और हरियाणा से चलके आने वाले ये किसान अब दिल्ली के तमाम बॉर्डरों पर अपना डेरा जमाए हुए हैं। कल किसानों ने भारत बंद किया था,और देश के तमाम बड़े विपक्षी दलों की तरफ से इस बंद का समर्थन किया गया।
केंद्र लगातार किसानों से बात करके इस मुद्दे को सुलझाने की कोशिश कर रहा है,लेकिन अब तक कोई बात नहीं बन पाई है। कल गृह मंत्री अमित शाह ने भी किसान नेताओं से बात की थी,लेकिन उसका भी कोई परिणाम नहीं दिख रहा है।
किसान नेता और भारतीय किसान संगठन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने एक बार फिर से केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि हम अब किसानों से केंद्र के प्रपोजल पर बात करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि “क्या सरकार इस कानून को वापस नहीं लेगी। अगर सरकार जिद्दी है तो किसान भी कम जिद्दी नहीं हैं”।
We'll strategise in our meeting & discuss their (Centre) proposal. Farmers won't go back, it's a matter of their respect. Will Govt not withdraw laws? Will there be tyranny? If Govt is stubborn, so are farmers. Law has to be withdrawn: Rakesh Tikait, Spox, Bharatiya Kisan Union pic.twitter.com/gcspm4YDQk
— ANI (@ANI) December 9, 2020
कुमार स्वामी का कांग्रेस पर निशाना
JD(S) नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमार स्वामी ने कहा कि हमने इस बिल का विरोध किया और बताया कि इसमें क्या – क्या खामियां है, लेकिन कांग्रेस ने ऐसा नहीं किया।
JD(S) had opposed some points in the Bill. JD(S) had mentioned the changes needed. Congress had also opposed Bill but did not say what should be changed, it was limited to the role of Opposition. A significant change has been made in the Act as suggested by JD(S): HD Kumaraswamy https://t.co/Bc0rMTJiYy
— ANI (@ANI) December 9, 2020