एनएचपीसी ने 2021-22 के लिए 933.61 करोड़ रुपये का अंतरिम लाभांश दिया
भारत सरकार के ‘मिनी रत्न’ श्रेणी-I के उपक्रम भारत की प्रमुख पनबिजली कंपनी एनएचपीसी लिमिटेड ने चार मार्च, 2022 को सरकार को वित्तवर्ष 2021-22 के लिये 933.61 करोड़ रुपये के अंतरिम लाभांश का भुगतान किया।
एनएचपीसी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक एके सिंह ने लाभांश अदायगी की बैंक रसीद विद्युत, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह को सौंपी। इस अवसर पर विद्युत सचिव आलोक कुमार, एनएचपीसी की तरफ से निदेशक (तकनीकी) वाईके चौबे, निदेशक (वित्त) आरपी गोयल, कार्यकारी निदेशक (वित्त) केके गोयल और कार्यकारी निदेशक (वित्त) संजय कुमार मदान उपस्थित थे।
एनएचपीसी कंपनी पहले ही भारत सरकार को वित्तवर्ष 2020-21 के लिये अंतिम लाभांश की मद में मौजूदा वित्तवर्ष 2021-22 के दौरान 249.44 करोड़ रुपये का भुगतान कर चुकी है। इस तरह, एनएचपीसी ने वित्तवर्ष 2021-22 के दौरान भारत सरकार को कुल 1183.05 करोड़ रुपये का लाभांश चुका दिया है।
.@MinOfPower के तहत भारत की प्रमुख पनबिजली कंपनी एनएचपीसी लिमिटेड ने 850 मेगावाट की रतले पनबिजली परियोजना के कार्यान्वयन के लिए एक संयुक्त उद्यम कंपनी, "रतले हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड" का गठन किया
विवरण: https://t.co/UK5aCg05Xa pic.twitter.com/ePcB8dFnnT
— पीआईबी हिंदी (@PIBHindi) June 7, 2021
कंपनी के निदेशक-मंडल ने 11 फरवरी, 2022 को बुलाई गई अपनी बैठक में प्रति इक्विटी शेयर के 1.31 रुपये की दर से अंतरिम लाभांश देने की घोषणा की थी। इस तरह यह प्रत्यक्ष मूल्य का 13.10 प्रतिशत बैठता है। एनएचपीसी के पास इस समय आठ लाख से अधिक शेयरहोल्डर हैं तथा वित्तवर्ष 2021-22 के लिये अंतरिम लाभांश की कुल देय रकम 1315.90 करोड़ रुपये बैठती है।
कंपनी ने प्रति शेयर पर 1.25 रुपये का अंतरिम लाभांश दिया है। इस हिसाब से वित्तवर्ष 2020-21 के लिये कुल रकम 1255.63 करोड़ रुपये बनती है। यह कुल रकम 351.58 करोड़ रुपये के हिसाब से 0.35 रुपये प्रति शेयर के अंतिम लाभांश के अतिरिक्त है। इस तरह, वित्तवर्ष 2020-21 के लिये प्रति शेयर पर 1.60 रुपये के कुल लाभांश के आधार पर 351.58 करोड़ रुपये की कुल रकम जारी की गई।
केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के पूंजी नवीनीकरण के बारे में निवेश एवं लोक सम्पत्ति प्रबंधन विभाग (डीआईपीएएम) की 27 मई, 2016 के दिशा-निर्देशों के अनुसार सभी उपक्रमों को कर उपरान्त लाभ (पीएटी) के 30 प्रतिशत या निवल मूल्य के पांच प्रतिशत की दर से, इनमें से जो भी अधिक हो, अधिकतम वार्षिक लाभांश देना है। उपरोक्त दिशा-निर्देशों के अनुसार एनएचपीसी ने वित्तवर्ष 2020-21 के लिये कंपनी के निवल मूल्य के 5.08 प्रतिशत के बराबर, यानी 1607.21 करोड़ रुपये का कुल लाभांश दे दिया है।
वित्तवर्ष 2022 के समापन के नौ महीनों के दौरान एनएचपीसी ने 2977.62 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में शुद्ध लाभ 2829.16 करोड़ रुपये था। कंपनी ने वित्तवर्ष 2020-21 के लिये 3233.37 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया था।