सावन की पहली सोमवारी पर मंदिरों में उमड़ा शिवभक्तों का सैलाब
18 जुलाई को सावन की पहली सोमवारी है. देशभर के मंदिरों में इस मौके पर श्रद्धालुओं ने भगवान शिव का जलाभिषेक किया.
शिव मंदिरों में भक्त सुबह से लंबी-लंबी कतारों में लगकर भगवान शिव के दर्शन का इंतजार कर रहे थे.
पूरा पूरा श्रावण मास जप, तप और ध्यान के लिए उत्तम होता है, पर इसमें सोमवार का विशेष महत्व है.
सोमवार का दिन चन्द्र ग्रह का दिन होता है और चन्द्रमा के नियंत्रक भगवान शिव हैं. अतः इसदिन पूजा करने से न केवल चन्द्रमा बल्कि भगवान शिव की कृपा भी मिल जाती है.
कोई भी व्यक्ति जिसको स्वास्थ्य की समस्या हो, विवाह की मुश्किल हो या दरिद्रता छायी हो. अगर सावन के हर सोमवार को विधि पूर्वक भगवान शिव की आराधना करता है तो तमाम समस्याओं से मुक्ति पा जाता है.
सोमवार और शिव जी के सम्बन्ध के कारण ही माँ पार्वती ने सोलह सोमवार का उपवास रखा था.
सावन का सोमवार विवाह और संतान की समस्याओं के लिए अचूक माना जाता है.
वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर से लेकर उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर तक भक्त श्रद्धा में डूबे दिखाई दिए.