पाकिस्तान: एक बार फिर तोड़ी गई महाराजा रणजीत सिंह की मूर्ति, पाकिस्तान दूतावास के बाहर भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने किया विरोध प्रदर्शन

पाकिस्तान में महाराजा रणजीत सिंह की मूर्ति तोड़े जाने के विरोध में पाकिस्तान दूतावास के बाहर भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया।

प्रदर्शन के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि कट्टरवादियों, जिहादी और तालिबानी मानसिकता के लोगों ने जिस तरह से महाराणा रणजीत सिंह की मूर्ति तोड़ी है वो अंतर्राष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन है।

यह इंसानियत, मानवता और धर्म के उसूलों के खिलाफ है। ऐसे लोगों को गिरफ्तार करके फांसी दी जानी चाहिए। साथ ही बीजेपी कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन के दौरान ‘भारत माता की जय’ और ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ के नारे लगाए।

तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) के एक कार्यकर्ता ने मंगलवार को महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा तोड़ दी। जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है जिसमें आरोपी नारे लगाते हुए मूर्ति की बांह तोड़ते और सिंह की प्रतिमा को घोड़े से नीचे गिराते दिख रहा है। इसी दौरान वीडियो में यह भी दिखा कि एक अन्य व्यक्ति प्रतिमा को नुकसान पहुंचाने वाले व्यक्ति को आकर रोकता है।

द एक्सप्रेस ट्रिब्यून समाचारपत्र के अनुसार टीएलपी कार्यकर्ता को पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। लाहौर किले के प्रशासन ने कहा कि आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

यह पहली बार नहीं है जब महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाया गया है। पिछले साल मूर्ति की बांह तोड़ दी गई थी। ‘जियो न्यूज’ के अनुसार अगस्त 2019 में भी दो युवकों ने इसे तोड़ा था।

बता दें कि पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में लाहौर किले में लगी प्रथम सिख शासक महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमा नौ फुट ऊंची थी। जून 2019 में इस प्रतिमा का अनावरण किया गया था।