Petrol Pump : जानिए Petrol और Diesel बेच कर कितना होती है कमाई
देश में पेट्रोल और डीजल महंगा होने को लेकर काफी चर्चा होती है। हरदम पेट्रोल और डीजल पर टैक्स की चर्चा होती है। यह टैक्स केन्द्र सरकार और राज्य सरकारें लेतीं हैं। हालांकि टैक्स लेने में जहां केन्द्र सरकार को चैम्पियन माना जाता है, वहीं राज्य सरकारें भी इस मामले में कम नहीं है। इसके अलावा पेट्रोल और डीजल के रेट बढ़ाने में डीलर या पेट्रोल पंप संचालकों का कमीशन भी होता है।
औसतन 3 फीसदी तक डीलर कमीशन के रूप में लेते हैं। हालांकि इस पैसे इनको पेट्रोल पंप चलाना होता है, लेकिन एक तय सीमा तक खर्च के बाद डीलरों को अच्छी कमाई होती है। यह कमाई पेट्रोल और डीजल की बिक्री बढ़ने के साथ ही बढ़ती जाती है। अगर आप जानना चाहते हैं कि केन्द्र और राज्य सरकारें कितना टैक्स लेती हैं और डीलर कितनी कमाई करते हैं, तो इस खबर में इस बात की पूरी जानकारी ली जा सकती है।
जानिए एक लीटर पेट्रोल बेच कर कितनी होती है कमाई
पेट्रोल पंप पर जब पेट्रोल बेचा जाता है तो उसमें डीलर का कमीशन भी होता है। इंडियान ऑयल ने इस मामले में अपनी जानकारी को अंतिम बार 1 जुलाई 2022 को अपडेट किया था। उस वक्त दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 98.81 रुपये थी। इस रेट में पेट्रोल का बेस प्राइस केवल 38.93 रुपये था। यानी बाकी पैसा टैक्स या डीलर कमीशन के रूप में है। पेट्रोल के इस रेट में 0.36 पैसे ढुलाई के रूप में चार्ज किए जाते हैं। इस ढुलाई को मिलाकर डीलर को यह पेट्रोल 39.29 रुपये प्रति लीटर पड़ता है। इस पेट्रोल के रेट पर फिर एक्साई ड्यूटी के रूप में 32.90 रुपये लिया जाता है। इस पेट्रोल रेट पर अब डीलर को प्रति लीटर पर 3.82 रुपये कमीशन के रूप में दिया जाता है। वहीं दिल्ली सरकार अब वैट के रूप में प्रति लीटर 22.80 रुपये लेती है। यह वैट डीलर के कमीशन पर भी लिया जाता है। इसके बाद 38.93 रुपये लीटर का पेट्रोल 98.81 प्रति लीटर के हिसाब से जनता को मिलता है। यानी पेट्रोल पर टैक्स वसूलने में केन्द्र और राज्य सरकारों का रवैया एक जैसा ही है।