पीएफआई की 2047 तक भारत को इस्लामिक राष्ट्र में बदलने की थी योजना!
पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया एक ऐसा संगठन जिस पर बीते सालों में आतंक की कई घटनाओं में शामिल होने के आरोप लगते रहे हैं।
दिल्ली के शाहीन बाग से लेकर एमपी में खरगोन दंगों और उदयपुर में टेलर का सिर कलम करने तक में इस संगठन का नाम आया है।
महाराष्ट्र के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) के प्रमुख विनीत अग्रवाल ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) ने अपने सदस्यों को घृणा अपराधों और लक्षित हत्याओं को अंजाम देने के लिए उकसाने की साजिश रची थी।
महाराष्ट्र एटीएस प्रमुख विनीत अग्रवाल ने एएनआई के पत्रकार के एक सवाल ‘पीएफआई का 2047 का प्लान क्या था?’ पर कहा, “इनका लक्ष्य देश को इस्लामिक राष्ट्र में बदलना था।”
उन्होंने कहा, “प्रतिबंधित करने से पहले पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) पर छापेमारी की गई थी।” गौरतलब है, केंद्र सरकार ने पीएफआई को 5-वर्ष के लिए प्रतिबंधित कर दिया है।
केंद्र सरकार ने बुधवार को पीएफआई और उसके कई सहयोगियों को इस्लामिक स्टेट (आईएस) सहित कई अन्य वैश्विक आतंकवादी संगठनों से ‘संबंध’ रखने के आरोप में एक सख्त आतंकवाद निरोधी कानून के तहत पांच साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया था।