पापड़ी चाट टिप्पणी को लेकर विपक्ष पर भड़के पीएम मोदी, कहा यह देश की जनता का अपमान है

संसद में सरकार-विपक्ष के बीच गतिरोध जारी है और सदन की कार्यवाही लगातार बाधित हो रही है। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में कागज फाड़ने और विधेयकों के पारित किए जाने के लिए किये गए विवादित टिप्पणी को लेकर मंगलवार को विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा है। पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष संसद नहीं चलने दे रहा है। यह संसद, संविधान, लोकतंत्र और देश की जनता का अपमान है।

भारतीय जनता पार्टी की संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि विपक्षी सदस्यों का आचरण और उनका व्यवहार जनता का भी अपमान है। पीएम मोदी ने विपक्षी दलों को निशाना साधते हुए कहा कि अपने आचरण से वह विधायिका और संविधान का अपमान कर रहे हैं।

संसदीय दल की बैठक के बाद संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने मीडिया को बताया कि तृणमूल कांग्रेस के एक सांसद ने ट्वीट किया था जिसपर प्रधानमंत्री ने नाराजगी जताई। पापड़ी-चाट बनाने की बात करना एक अपमानजनक बयान है, कागज छीन लेना और उसके टुकड़े कर फेंकना और माफी भी ना मांगना उनके अहंकार को दर्शाता है।

क्या है पूरा मामला

तृणमूल कांग्रेस सांसद डेरेक ओ’ब्रायन ने सरकार पर विधेयकों को जल्दबाजी में पारित कराने का आरोप लगाते हुए यह दावा किया कि सात-सात मिनट में एक विधेयक पारित कराया गया।

बता दें कि 2 अगस्त को ओ’ब्रायन ने एक ट्वीट में कहा था कि पहले 10 दिनों में संसद में कमाल! मोदी-शाह ने 12 विधेयक पारित कराए और इसका औसत समय सात मिनट प्रति विधेयक है। उन्होंने ये भी कहा कि विधेयक पारित करा रहे हैं या पापड़ी चाट बना रहे हैं।

वहीं तृणमूल कांग्रेस के एक और सदस्य शांतनु सेन ने पिछले दिनों सूचना प्रौद्योगिकी और संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव के हाथों से पेगासस मुद्दे पर बयान की कॉपी छीन ली थी और उसे हवा में लहरा दिया था। बाद में शांतनु सेन के इस रवैये के लिए उन्हें मॉनसून सत्र की शेष अवधि के लिए राज्य सभा से निलंबित कर दिया गया था।