पीएम मोदी ने काशीवासियों को दी कई सारी सौगातें, रूद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर का भी किया उद्घाटन : जानिए तोहफे में पीएम ने काशीवासियों को और क्या दिया
अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर गए प्रधानमंत्री मोदी ने कई सारी सौगातें काशीवासियों के नाम की। इन गिफ्ट्स में सबसे बड़ा तोहफा रूद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर है, जो काशी को जापान के क्योटो की तर्ज पर विकसित करने अहम भूमिका अदा करेगा। यह कन्वेंशन सेंटर, भारत और जापान की मज़बूत दोस्ती का प्रमाण है।
मोदी ने कहा कि “आज काशी में सैकड़ों करोड़ की अनेक विकास योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है और अब वाराणसी इंटरनेशनल कोऑपरेशन एंड कन्वेंशन सेंटर ‘रुद्राक्ष’ का उद्घाटन हुआ है।”
उन्होंने आगे कहा कि “जब पिछले 7 सालों में इतनी सारी विकास परियोजनाओं से काशी का श्रंगार हो रहा है, तो ये श्रंगार बिना रुद्राक्ष के कैसे पूरा हो सकता था? अब जब ये रुद्राक्ष काशी ने धारण कर लिया है, तो काशी का विकास और ज़्यादा चमकेगा और ज़्यादा काशी की शोभा बढ़ेगी।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोनाकाल में जब दुनिया ठहर सी गई, तब काशी संयमित तो हुई, अनुशासित भी हुई, लेकिन सृजन और विकास की धारा अविरल बहती रही। काशी के विकास के ये आयाम, ये ‘इंटरनेशनल को-ऑपरेशन एंड कन्वेंशन सेंटर- रुद्राक्ष’ आज इसी रचनात्मकता का, इसी गतिशीलता का परिणाम है।
पीएम ने जापान के पूर्व पीएम को भी किया याद
पीएम मोदी ने जापान के पूर्व प्रधानमंत्री को याद करते हुए कहा कि मुझे याद है, शिंजों आबे जी जब प्रधानमंत्री के तौर पर काशी आए थे, तो रुद्राक्ष के आइडिया पर उनसे मेरी चर्चा हुई थी। और उन्होंने तुरंत ही अपने अधिकारियों को इस आइडिया पर कार्य करने को कहा था। जापान आज भारत के सबसे विश्वसनीय दोस्तों में से एक है।
उन्होंने कहा कि “भारत और जापान की सोच है कि हमारा विकास हमारे उल्लास के साथ जुड़ा होना चाहिए। ये विकास सर्वमुखी होना चाहिए, सबके लिए होना चाहिए, और सबको जोड़ने वाला होना चाहिए।”
मोदी ने जापान के वर्तमान पीएम का किया धन्यवाद
प्रधानमंत्री मोदी ने वर्तमान जापानी पीएम को धन्यवाद भी किया। उन्होंने कहा कि भारत के परममित्र जापान के प्रधानमंत्री श्री योशीहिदे सुगा और भारत में जापान के राजदूत सुजुकी सातोषी जी को बहुत धन्यवाद करता हूं। प्रधानमंत्री योशीहिदे जी उस समय चीफ़ कैबिनेट सेक्रेटरी थे। तब से लेकर पीएम की भूमिका तक, लगातार वो इस प्रोजेक्ट में व्यक्तिगत रूप से शामिल रहे हैं।
वहीं, इस कन्वेंशन के उद्घाटन पर जापान के प्रधानमंत्री ने भारत को बधाई दी। उन्होंने कहा कि “अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और सम्मेलन केंद्र ‘रुद्राक्ष’ का उद्घाटन होने पर मैं हार्दिक बधाई देना चाहता हूं। इस शहर का जापान के साथ घनिष्ठ संबंध है।”
मोदी ने बनारस की अतीत में विकसित हुई कलाएं और संगीत का जिक्र करते हुए कहा कि बनारस के तो रोम रोम से गीत संगीत और कला झरती है। यहां गंगा के घाटों पर कितनी ही कलाएं विकसित हुई हैं, ज्ञान शिखर तक पहुंचा है और मानवता से जुड़े कितने गंभीर चिंतन हुये हैं। इसीलिए, बनारस गीत-संगीत का, धर्म-आध्यात्म का और ज्ञान-विज्ञान का एक बहुत बड़ा ग्लोबल सेंटर बन सकता है।