पीएम मोदी ने किया बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का उद्घाटन, दिल्ली से चित्रकूट पहुँचने में लगेंगे कुछ ही घंटे
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यूपी के जालौन जिले के कैथेरी गांव में आज यानी शनिवार को देश के प्रधानमंत्री पीएम मोदी ने बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे (Bundelkhand Expressway) का उद्घाटन किया है। इस एक्सप्रेसवे का शिलान्यास प्रधानमंत्री ने 29 फरवरी, 2020 को किया था और 28 महीनों में इसे पूरा कर लिया गया है। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 296 किलोमीटर है। इस दौरान पीएम मोदी के साथ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और यूपी के दोनो उप-मुख्मंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक समेत कई बड़े नेता भी मौजूद रहे। तो आइये जानते हैं बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की अहम जानकारियों के बारे में।
PM Modi plants sapling at site of Bundelkhand Expressway inauguration in UP
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— ANI Digital (@ani_digital) July 16, 2022
ये हैं बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से जुड़ी कुछ अहम जानकारियां
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे कि कुल लंबाई 296 किलोमीटर है। इस चार लेन वाले इस एक्सप्रेसवे का निर्माण उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) के द्वारा किया गया है। इस हाईवे को बनाने में लगभग 14,850 करोड़ रुपये की लागत आई है।
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इस एक्सप्रेसवे के ज़रिये चित्रकूट से राजधानी दिल्ली पहुँचने में लगभग 7 से 8 घंटे लगेंगे। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे में 4 रेलवे ओवरब्रिज, 14 पुल, 6 टोल प्लाजा, 7 रैंप प्लाजा, 266 छोटे पुल और 18 फ्लाईओवर का निमार्ण किया गया हैं।
इस एक्सप्रेसवे का निमार्ण चित्रकूट जिले में स्थित गोंडा गांव के पास बने राष्ट्रीय राजमार्ग-35 से लेकर इटावा जिले के कुदरैल गांव तक किया गया है, जहां यह एक्सप्रेसवे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के साथ कनेक्ट हो जाता है।
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ये एक्सप्रेसवे सात जिलों चित्रकूट, बांदा, हमीरपुर, जालौन, महोबा, औरैया और इटावा से होकर गुजरता है। साथ ही इस एक्सप्रेसवे के किनारे करीब 7 लाख पेड़-पौधों को भी लगाया जाना है।
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के बनने से इस इलाके की कनेक्टिविटी में सुधार के साथ-साथ आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देने की बात कही जा रही है, क्योंकि इससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के ढेरों अवसर मिलने की आशंका है। बांदा और जालौन जिलों में इस एक्सप्रेसवे के पास औद्योगिक कॉरिडोर को बनाने का कार्य पहले से ही शुरू हो गया था।
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