पीएम मोदी ने युवाओं के लिए ‘स्पेशल ट्रेनिंग प्रोग्राम’ के क्रैश कोर्स को लॉन्च किया

भारत में कोरोना की दो लहर झेलने के बाद अब तीसरी की आशंका भी जताई जा रही है। इन लहरों के प्रकोप से भारत में 3.83 लाख से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। लेकिन अब संभावित तीसरी लहर को देखते हुए केंद्र सरकार ने कोरोना फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए एक विशेष ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू किया है, जिसको शुक्रवार को पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लॉन्च किया। पीएम के इस शुभारंभ के साथ ही देश में 111 प्रशिक्षण केन्द्रों में इस कार्यक्रम की शुरूआत हो गई।

इन प्रशिक्षण केन्द्रों की शुरुआत फिलहाल 26 राज्यों में ही हुई है।

पीएम के मुताबिक, कोरोना से अभी जितनी फोर्स लड़ रही है उसको सपोर्ट करने के लिए देश में करीब 1 लाख युवाओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा गया है।

ये कोर्स 2-3 महीने में ही पूराकर तुरंत काम के लिए उपलब्ध भी कराए जाएंगे। ऐसे में इस अभियान से हेल्थ सेक्टर की फ्रंटलाइन फोर्स को नई ऊर्जा के साथ ही हमारे युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी मिलेंगे। पीएम ने बताया कि वैक्सीनेशन के मामले में 45 साल से ज्यादा के लोगों को जो सुविधाएं दी जा रहीं, वही सुविधाएं 45 साल से कम लोगों के लिए दी जाएंगी।

बता दें कि प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना तृतीय के तहत ये स्पेशल ट्रेनिंग प्रोग्राम लॉन्च हुआ है। इसमें 276 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इस योजना के तहत स्वास्थ्य के क्षेत्र में श्रमशक्ति की वर्तमान और भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए कुशल गैर-चिकित्सा स्वास्थ्यकर्मियों को तैयार किया जाएगा। इस कोर्स की अवधि छोटी होने के कारण क्रैश कोर्स कहा जा रहा है।