पीएम मोदी ने लॉन्च की व्हीकल स्क्रैपेज पॉलिसी, जानिए आपकी गाड़ी पर क्या होगा असर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार, 13 अगस्त को ‘National Automobile Scrappage Policy’ लॉन्च की है। प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए गुजरात में इन्वेस्टर समिट में हिस्सा लिया। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नीतिन गडकरी और गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी इस समिट में मौजूद रहे।
सरकार की कुछ बड़ी योजनाओं में से एक है व्हीकल स्क्रैपेज पॉलिसी, जिसपर पिछले कुछ सालों में फोकस में रखा गया है। इस पॉलिसी को लेकर इसी साल मार्च, 2021 में परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने लोकसभा में घोषणा की थी।
इस पॉलिसी को लॉन्च करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि प्रगति हमेशा सतत होनी चाहिए, इस नई पॉलिसी इकॉनमी को बूस्ट मिलेगा। पूरे देश में स्क्रैपिंग नीति से स्क्रैप से जुड़े सेक्टर को नई ऊर्जा मिलेगी। स्क्रैपिंग से जुड़े हमारे कामगारों के जीवन में बहुत बड़ा बदलाव आएगा, संगठित क्षेत्र के दूसरे कर्मचारियों जैसे लाभ भी उनको मिल पाएंगे।
पीएम ने कहा कि नई स्क्रैपिंग नीति कचरे से कंचन के अभियान की सर्कुलर अर्थव्यवस्था की एक अहम कड़ी है। ये नीति शहरों से प्रदूषण कम करने और पर्यावरण की सुरक्षा के साथ तेज़ विकास की हमारी प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है। ये नीति मेटल सेक्टर में देश की आत्मनिर्भरता को भी नई ऊर्जा देगी। उन्होंने कहा कि यह नीति देश में 10,000 करोड़ रुपये से अधिक का नया निवेश लाएगी और हज़ारों रोज़गार का निर्माण करेगी।
क्या है व्हीकल स्क्रैपेज पॉलिसी
स्क्रैप पॉलिसी के अनुसार 15 और 20 साल पुरानी गाड़ियों को स्क्रैप (कबाड़) कर दिया जाएगा। कमर्शियल गाड़ी 15 साल बाद कबाड़ घोषित हो सकेगी, वहीं निजी गाड़ी के लिए यह समय 20 साल है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने स्क्रैप पॉलिसी के बारे में बताया कि भारत में लगभग एक करोड़ गाड़ियां ऐसी थीं जो वेलिड फिटनेस के बिना चल रही थीं। इससे प्रदूषण भी बढ़ रहा था और तेल में काफी खर्च हो रहा था। साथ ही सुरक्षा की दृष्टि से ये मानदंडों को पूरा नहीं कर रही थीं। इन्हीं विचारों से स्क्रैपिंग पॉलिसी की शुरुआत हुई है।