पीएम उज्ज्वला योजना 2.0: पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उज्ज्वला योजना के दूसरे चरण का किया शुभारंभ

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उज्ज्वला योजना के दूसरे चरण का शुभारंभ किया है। उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में योजना के शुभारंभ के मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महिलाओं को निशुल्क गैस कनेक्शन सौंपे। पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस कार्यक्रम से जुड़े रहे, पीएम ने इस दौरान देश की जनता को संबोधित किया।

पीएम मोदी ने कहा कि आज उज्ज्वला योजना के अगले चरण में कई बहनों को मुफ्त गैस कनेक्शन और गैस चूल्हा मिल रहा है मैं सभी लाभार्थियों को फिर से बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

पीएम ने कहा कि उज्ज्वला योजना ने देश के जितने लोगों और महिलाओं का जीवन रोशन किया है, वो अभूतपूर्व है। ये योजना 2016 में उत्तर प्रदेश के बलिया से आजादी की लड़ाई के अग्रदूत मंगल पांडे की धरती से शुरू हुई थी। आज उज्ज्वला का दूसरा संस्करण भी उत्तर प्रदेश के ही महोबा की वीरभूमि से शुरू हो रहा है।

पीएम मोदी ने कहा कि हम बीते साढ़े 7 दशकों की प्रगति को देखते है तो हमें लगता है कि कुछ स्थितियां और हालात ऐसे हैं जिनको कई दशक पहले बदला जा सकता था। घर, बिजली, पानी, शौचालय, गैस, सड़क, अस्पताल, स्कूल, ऐसी अनेक मूल आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए देशवासियों को दशकों इंतज़ार करना पड़ा, ये दुखद है।

पीएम ने कहा कि सरकार का इस दिशा में भी प्रयास है कि आपकी रसोई में पानी की तरह गैस भी पाइप से आए। ये गैस सिलेंडर के मुकाबले बहुत सस्ती भी होती है। उत्तर प्रदेश सहित पूर्वी भारत के अनेक ज़िलों में PNG कनेक्शन देने का काम तेज़ी से चल रहा है।

इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज मैं बुंदेलखंड की एक और महान संतान को याद कर रहा हूं, मेजर ध्यान चंद, हमारे दद्दा ध्यानचंद। देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कार का नाम अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार हो गया है। मुझे पूरा विश्वास है कि ओलंपिक में हमारे युवा साथियों के अभूतपूर्व प्रदर्शन के बीच खेल रत्न के साथ जुड़ा दद्दा ध्यानचंद का ये नाम लाखों-करोड़ों युवाओं को प्रेरित करेगा।

क्या है उज्ज्वला योजना

पीएम मोदी ने 1 मई 2016 को प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की शुरुआत की थी। उज्ज्वला योजना के तहत महिलाओं को मुफ्त गैस सिलेंडर कनेक्शन प्रदान किया जाता है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को धुएं वाले वातावरण से निकालकर सुरक्षित और साफ-सुथरे माहौल में खाना पकाने की सुविधा मुहैया कराना है। धुएं से होने वाले नुकसान को ध्यान में रखते हुए महिलाओं के लिए मुफ्त गैस सिलेंडर कनेक्शन देने की योजना की शुरुआत की गई थी।