हनुमान मंदिर को लेकर सियासी घमासान
दिल्ली के चांदनी चौक में हनुमान मंदिर को लेकर सियासी घमासान चल रहा है। दरअसल मामला यह है कि चांदनी चौक के सौंदर्यकरण का काम चल रहा था। इसी बीच भाजपा और दिल्ली सरकार के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा हैं। इसी के साथ कांग्रेस भी बहती गंगा में हाथ धोने आ गयी। वही तोड़े हुए हनुमान को लेकर आज कुछ हिन्दू संगठन चांदनी चौक जा पहुंचे और दिल्ली सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
आपको बता दे कि, चांदनी चौक में सौन्दर्याकरण का काम चल रहा था, जिसके चलते मौजूदा हनुमान मंदिर को तोड़ दिया गया था।
इसके अलावा, दिल्ली भाजपा लगातार कह रही है कि चांदनी चौक के सौंदर्यीकरण की योजना को री-डिजाइन करने के साथ-साथ वहा हनुमान मंदिर की पुन: स्थापित करने की योजना बनाए। इसी बात पर दिल्ली सरकार पलटवार करते हुए कहती है कि एम सी डी पर 15 साल राज करने वाली भाजपा ने कई बार हनुमान मंदिर को तोड़ा, जिसके चलते अपना अपराध छुपाने के लिए भाजपा शतरंज का दांव खेल रही है।
वही कांग्रेस दोनों पार्टियों की लगातार आलोचना कर रही है।
दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा, “चांदनी चौक में मंदिर के पुनः निर्माण के लिए जल्द ही उपराज्यपाल अनिल बैजल से मिलकर इस संदर्भ में पार्टी हस्तक्षेप करने की मांग करेगी.” उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि “दिल्ली धार्मिक समिति के मंत्री सत्येंद्र जैन हैं और अगर वह चाहते तो धार्मिक समिति में इस मामले का समाधान कर सकते थे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया.”
वही आदेश गुप्ता आगे बताते है कि सौंदर्यकरण का काम शुरू होने पर वहां के स्थानीय आरडब्ल्यूए, स्टेकहोल्डर, बाजार संघ, व्यापार संघ ने इसका विरोध किया था लेकिन दिल्ली सरकार ने काम नहीं रोका. दिल्ली BJP विधायक और नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा है कि मंदिर के टूटने से लोगों की आस्था को ठेस पहुंचेगी और कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है, इसलिए मंदिर को न तोड़ा जाए.
Nisha Jha