दैनिक भास्कर पर छापे को लेकर गरमाई सियासत, केंद्र के खिलाफ एकजुट हुआ विपक्ष

इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने गुरुवार को मीडिया समूह दैनिक भास्कर पर टैक्स चोरी के आरोपों में उनके ऑफिस परिसरों में छापेमारी की। विपक्ष इन छापों को लेकर सरकार के खिलाफ एकजुट हो गया है। विपक्ष ने राज्यसभा में इस मुद्दे को उठाकर जमकर हंगामा किया और फिर उसके बाद मोदी सरकार पर ट्वीट के जरिए भी निशाना साधा है।

दिल्ली की मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने आयकर विभाग के इस छापे को भाजपा की बेहद ख़तरनाक सोच बताया है। केजरीवाल ने ट्वीट किया कि दैनिक भास्कर और भारत समाचार पर आयकर छापे मीडिया को डराने का प्रयास है। उनका संदेश साफ़ है- जो भाजपा सरकार के ख़िलाफ़ बोलेगा, उसे बख्शेंगे नहीं। ऐसी सोच बेहद ख़तरनाक है। सभी को इसके ख़िलाफ़ आवाज़ उठानी चाहिए। ये छापे तुरंत बंद किए जायें और मीडिया को स्वतंत्र रूप से काम करने दिया जाए।

टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने ट्वीट कर कहा कि, पत्रकारों और मीडिया घरानों पर हमला लोकतंत्र को कुचलने का एक और क्रूर प्रयास है। दैनिक भास्कर ने बहादुरी से बताया कि किस तरह से नरेंद्र मोदी जी ने पूरे कोविड संकट को गलत तरीके से संभाला और एक भयंकर महामारी के बीच देश को उसके सबसे भयावह दिनों में ले गए।

ममता बनर्जी ने एक और ट्वीट करते हुए लिखा कि मैं इस प्रतिशोधी कृत्य की कड़ी निंदा करती हूं जिसका उद्देश्य सत्य को सामने लाने वाली आवाजों को दबाना है। यह एक गंभीर उल्लंघन है जो लोकतंत्र के सिद्धांतों को कमजोर करता है। मैं मीडिया में सभी से मजबूत रहने का आग्रह करती हूँ । हम सब मिलकर निरंकुश ताकतों को कभी सफल नहीं होने देंगे।

वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दैनिक भास्कर और भारत समाचार न्यूज चैनल के कार्यालयों पर हुए इनकम टैक्स के छापा की आलोचना करते हुए इसे केंद्र सरकार द्वारा मीडिया की आवाज़ को दबाने का प्रयास बताया है । गहलोत ने ट्वीट कर लिखा कि , दैनिक भास्कर अखबार और भारत समाचार न्यूज चैनल के कार्यालयों पर इनकम टैक्स का छापा मीडिया को दबाने का एक प्रयास है।

मोदी सरकार अपनी रत्तीभर आलोचना भी बर्दाश्त नहीं कर सकती है। यह बीजेपी की फासीवादी मानसिकता है जो लोकतंत्र में सच्चाई का आइना देखना भी पसंद नहीं करती। ऐसी कार्रवाई कर मोदी सरकार मीडिया को दबाकर संदेश देना चाहती है कि यदि गोदी मीडिया नहीं बनेंगे तो आवाज कुचल दी जाएगी।