एससीओ सम्मेलन में भाग लेने के लिए समरकंद पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी; जानें किन मुद्दों पर चर्चा हो सकती हैं?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो-दिवसीय शांघाई सहयोग संगठन (एससीओ) में भाग लेने के लिए गुरुवार को समरकंद (उज़्बेकिस्तान) पहुंच गए।
मोदी ने रवाना होने पहले अपने बयान में कहा, ‘‘एससीओ शिखर सम्मेलन में, मैं सामयिक, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करने, एससीओ के विस्तार और संगठन के भीतर बहुआयामी और परस्पर लाभकारी सहयोग को और गहरा करने को लेकर उत्सुक हूं.’’ उन्होंने कहा कि उज्बेक की अध्यक्षता में व्यापार, अर्थव्यवस्था, संस्कृति और पर्यटन के क्षेत्रों में आपसी सहयोग के लिए कई फैसले लिये जाने की संभावना है.
मोदी ने कहा कि वह राष्ट्रपति मिर्जियोयेव से मिलने के लिए भी उत्सुक हैं.
मोदी ने कहा कि वह शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले कुछ अन्य नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगे, लेकिन विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने बृहस्पतिवार को नयी दिल्ली में संवाददाताओं से कहा, ‘‘जब प्रधानमंत्री की द्विपक्षीय बैठकों का कार्यक्रम सामने आएगा तो हम आपको पूरी तरह से अवगत कराएंगे.’’
समरकंद में एससीओ शिखर सम्मेलन दो सत्र में होंगा – एक प्रतिबंधित सत्र, जो केवल एससीओ के सदस्य देशों के लिए है और फिर एक विस्तारित सत्र, जिसमें पर्यवेक्षक देश और अध्यक्ष देश की ओर से विशेष रूप से आमंत्रित नेताओं की भागीदारी की संभावना है.
एससीओ की शुरुआत जून 2001 में शंघाई में हुई और इसके आठ पूर्ण सदस्य हैं, जिनमें इसके छह संस्थापक सदस्य चीन, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, तजाकिस्तान और उजबेकिस्तान शामिल हैं. भारत और पाकिस्तान इसमें वर्ष 2017 में पूर्ण सदस्य के रूप में शामिल हुए.