लोगों में गुणवत्ता की चेतना देश को नयी दिशा देगी: विश्व मानक दिवस की पूर्व संध्या पर पीयूष गोयल
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि केंद्र सरकार के प्रयासों से देश के लोगों में गुणवत्ता के प्रति चेतना और उपभोक्ताओं में गुणवत्ता के प्रति जागरूकता पैदा हुई है और ये देश को नयी दिशा देने में सहायक सिद्ध होंगे।
गोयल विश्व मानक दिवस की पूर्व संध्या पर शुक्रवार को नयी दिल्ली के भारत मंडपम में भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) की ओर से आयोजित ‘बेहतर विश्व के लिए साझा दृष्टिकोण: सतत विकास लक्ष्यों के लिए मानक’ विषय पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरदर्शिता के कारण गुणवत्ता को लेकर जो मानसिकता निर्मित हुई है , वह देश में बन रहे विश्व स्तरीय बुनियादी संरचना में परिलक्षित होती है। भारत मंडपम इसका एक ज्वलंत उदाहरण है। उन्होंने बताया कि देश ने इस विश्व स्तरीय केन्द्र में जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करके विश्व स्तर पर बड़ा सम्मान अर्जित किया है। गोयल ने भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) की पहल को लेकर कहा कि आज सात हजार से अधिक बीआईएस मानक क्लब हैं और इस पहल से लगभग दो लाख विद्यार्थियों को लाभ पहुंचा है। उन्होंने कहा कि बीआईएस का अगले साल तक इसी तरह के 10 हजार क्लब स्थापित करने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि गुणवत्ता के मुद्दों पर जो नये वीडियो और पुस्तकें तैयार की जा रही हैं, उनमें से कुछ का आज अनावरण किया गया है। इन मुद्दों पर पंचायत स्तर तक लोगों से जुड़ने का जो प्रयास किया जा रहा है, उससे आगामी दिनों में बेतहर परिणाम हासिल होंगे।
गोयल ने बताया कि उपभोक्ता मामले विभाग देश के प्रत्येक नागरिक के जीवन को किसी न किसी तरह से प्रभावित करता है। उन्होंने कहा कि हाल के वर्षों में मानकों के पारिस्थितिकी तंत्र का विस्तार हुआ है। इनमें कृषि, सड़क, स्वास्थ्य देखभाल और लगभग सभी क्षेत्रों, सभी राज्यों और निजी क्षेत्रों को शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि हम सभी हमारे लक्ष्य तक पहुँचने के लिए प्रधानमंत्री के ‘शून्य प्रभाव, शून्य दोष’ के दृष्टिकोण पर काम करेंगे।
इस कार्यक्रम में उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे, उपभोक्ता मामले विभाग के सचिव रोहित कुमार सिंह, उपभोक्ता मामले विभाग की विशेष सचिव निधि खरे और भारतीय मानक ब्यूरो के महानिदेशक प्रमोद कुमार तिवारी भी मौजूद थे।
विश्व मानक दिवस हर वर्ष 14 अक्टूबर को मनाया जाता है और प्रमुख अंतरराष्ट्रीय मानक संगठनों के बीच सहयोग पर प्रकाश डालता है। वर्ष 2023 में विश्व मानक दिवस के लिए चुनी गयी विषयवस्तु ‘बेहतर विश्व के लिए साझा दृष्टिकोण: अच्छे स्वास्थ्य और कल्याण के लिए सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी3) को शामिल करना’ है। एसडीजी 3 का उद्देश्य मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करके, गंभीर बीमारियों से मुकाबला करना और आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच सुनिश्चित करके वैश्विक स्वास्थ्य में सुधार करना है। यह सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज और वित्तीय कठिनाई के बिना गुणवत्तापूर्ण देखभाल के महत्व पर जोर देता है। निवारक उपायों, टीकाकरण और बेहतर स्वास्थ्य देखभाल बुनियादी संरचना के माध्यम से, एसडीजी 3 एक स्वस्थ दुनिया बनाने का प्रयास करता है। यह व्यक्तियों, समुदायों और देशों को लाभ पहुंचाता है। इसका उद्देश्य सभी के लिए सुरक्षित, प्रभावी और सस्ती दवाओं और टीकों तक पहुंच बनाना भी है। एसडीजी 3 के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सहयोग, नये समाधान और वैश्विक स्वास्थ्य असमानताओं को दूर करने की जरूरत है। यह विषय एक सतत और समावेशी दुनिया बनाने के लिए एकजुट दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के महत्व पर प्रकाश डालता है जो सभी लोगों की भलाई और अच्छे स्वास्थ्य को प्राथमिकता देता है। यह आयोजन दुनिया भर में मानकीकरण के क्षेत्र में योगदान देने वाले अनगिनत विशेषज्ञों के सामूहिक प्रयासों को पहचानने के लिए एक मंच के रूप में भी कार्य करता है। इसके साथ ही यह आगे के रास्ते पर विचार करने का अवसर भी प्रदान करता है।
भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने देश भर में अपने क्षेत्रीय और शाखा कार्यालयों के मजबूत नेटवर्क के माध्यम से उपभोक्ता केंद्रित गतिविधियों की एक विस्तृत श्रृंखला आयोजित करके विश्व मानक दिवस मनाया। विश्व मानक दिवस 2023 के उत्सव के भाग के रूप में आयोजित प्रमुख गतिविधियों में – क्वालिटी कनेक्ट प्रोग्राम जिन्हें यूथ-टू-यूथ कनेक्ट, मानक महोत्सव, हाउसहोल्ड कनेक्ट के रूप में भी जाना जाता है, जहां उन्होंने बीआईएस केयर ऐप और बीआईएस मानक के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए घरों का भ्रमण किया।